नई दिल्ली : किसान आंदोलन को लेकर सरकार दिल्ली सीमाओं की जबरदस्त नाकेबंदी में जुटी है. बॉर्डर पर कीले गाड़कर भारी बैरिकेड लगाया गया है. और पुलिस बल के साथ सशस्त्र बल तैनात किया है. इंटरनेट सेवाएं पहले ही बंद की जा चुकी हैं. किसानों से निपटने की इस सरकारी कसरत पर विपक्ष, कानूनविद, एक्टिविस्ट ने सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा है कि, पुल बनवाइए, दीवारे नहीं.
GOI,
Build bridges, not walls! pic.twitter.com/C7gXKsUJAi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 2, 2021
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बॉर्डर की एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध?’
प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध? pic.twitter.com/gn2P90danm
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 2, 2021
अखिलेश यादव का शायराना तंज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शायराना अंदाज में सरकार पर वार किया है, ‘सियासत तू कमाल है, उठाके रास्ते में दीवार-बिछाकर कंटीली तार, कहती है आ करें बात.’
सियासत तू है कमाल
उठाके रास्ते में दीवार
बिछाकर कँटीले तार
कहती है आ करें बात#किसान#नहीं_चाहिए_भाजपा— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 2, 2021
प्रशांत भूषण बोले-सैन्य घेराबंदी जैसा आलम
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि कल रात किसानों के विरोध स्थल पर बिजली बंद कर दी गई. इंटरनेट बंद है. ये सब एक सैन्य घेराबंदी जैसा है. किसानों के आंदोलन स्थल तक पहुंचने के रास्ते बंद कर दिए गए हैं. उन्हें हटाने के लिए सशस्त्र पुलिसकर्मी, पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है. किसानों को हटाने के लिए पत्थरवाज गुंडे भेजे गए.
The govt shut off electricity from farmers protest sites last night. It is like a military siege, blocking access routes to farmers protest sites, shutting off internet! Then sending 1000s of armed policemen, para military & hundreds of stone throwing BJP goons to evict farmers! https://t.co/HuvIDlp7ev
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) February 2, 2021
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से अधिक समय से किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने आगामी 6 फरवरी को तीन घंटे के चक्काजाम का आह्वान किया है.
संसद में किसानों के मुद्दे नहीं उठा सकते तो सदन चलाने का क्या मतलब : संजय सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों मन की बात में कहा था कि, किसानों से एक फोन की दूरी पर हैं. हालांकि बॉर्डर पर किसानों से निपटने के लिए अब जो तैयारियां चल रही हैं, उससे सरकार की आलोचना हो रही है.