नर्स से मारपीट के बाद चर्चा में आए डॉ. बीएम नागर की सरकारी आवास में मिली लाश

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द लीडर :  रामपुर में डॉ. बीएम  नागर मंगलवार को अपने आवास पर मृत पाए गए। वह जिला अस्पताल में संविदा पर तैनात थे और नर्स से मारपीट के बाद चर्चा में आए थे.

मारपीट की इस घटना का वीडियो जमकर वायरल हुआ था. इसके बाद उनकी सेवा समाप्त कर दी गई थी. वही थप्पड़ मारने वाली नर्स को भी सस्पेंड कर दिया गया था.

बताया जा रहा है कि डाक्टर नागर का परिवार लखनऊ में रहता है. वह यहां सरकारी आवास में अकेले रहते थे. मंगलवार को अन्य साथी चिकित्सकों ने उन्हें कई बार फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ. दोपहर एक बजे वार्ड ब्वाॅय को आवास पर   भेजा गया. वार्ड ब्वाॅय को वह बेहोश पड़े मिले. सूचना पर अन्य चिकित्सक और स्टाफ वहां पहुंच गए. उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. यहां पल्स, ईसीजी आदि चेक किया तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी थी. बताया जा रहा है कि उन्हें शुगर की दिक्कत थी. हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. अस्पताल प्रशासन की ओर से उनके परिवार को सूचना दे दी है.

25 अप्रैल को नर्स से हुई थी मारपीट

डा. बीएम नागर रामपुर के जिला अस्पताल में लंबे समय तक चेस्ट फिजिशियन के तौर पर तैनात रहे थे. जुलाई 2020 में वह जिला अस्पताल से ही सेवानिवृत्त हो गए और संविदा पर अपनी सेवाएं दे रहे थे. 25 अप्रैल की रात इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान स्टाफ नर्स कविता से फाइल पर साइन करने को लेकर मारपीट हो गई थी. शोर शराबे पर पुलिस और अस्पताल का स्टाफ जमा हो गया था. नर्स ने सभी के सामने उन्हें थप्पड़ मार दिया तो उन्होंने भी नर्स को पीट दिया था. इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था।

डीएम ने दिए थे जांच के निर्देश

वीडियो वायरल होने पर जिला प्रशासन हरकत में आ गया था. जिलाधिकारी रविद्र कुमार मांदड़ ने नगर मजिस्ट्रेट रामजी मिश्र आप को जांच के आदेश दिए थे. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की जांच रिपोर्ट के बाद डीएम ने डाक्टर नागर की संविदा समाप्त कर दी. नर्स को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे.

एक दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमा

डाक्टर नागर और नर्स कविता ने एक-दूसरे के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया था. इस मामले की जांच अभी पूरी नहीं हो सकी है. उधर, डॉक्टर का सरकारी आवास में शव मिलने के बाद मामला फिर गरमा गया है.

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