जुमा अलविदा पर इजरायली पुलिस और फिलिस्तीनियों की झड़प में दर्जनों घायल

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रमज़ान के आखिरी दिनों में भी यरूशलम में शांति नहीं हो पा रही। जुमा अलविदा के मौके पर जहां दुनियाभर में मुसलमानों ने खास इबादत की और 27वीं की रात इबादत के लिए मक्का की ग्रैंड मस्जिद में पैर रखने की जगह नहीं बची है, वहीं इस्लाम के तीसरे सबसे अहम धर्मस्थल अल अक्सा मस्जिद के आसपास खूनखराबा हो रहा है। (Clash During Juma Alvida)

फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट ने कहा कि शुक्रवार को यरुशलम के फ्लैशपॉइंट साइट अल-अक्सा मस्जिद परिसर में फिलिस्तीनियों और इजरायली पुलिस के बीच ताजा झड़प में शुक्रवार को 42 लोग घायल हो गए, जिनमें 22 लोगों को अस्पताल ले जाया गया।

इज़राइल की पुलिस ने कहा कि “दंगाइयों” ने अल-अक्सा के नीचे वेस्टर्न वॉल की ओर पवित्र यहूदी स्थल पर पत्थर फेंके और बारूदी आतिशबाजी की, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने अल अक्सा कैंपस में प्रवेश कर अशांति फैलाने वालों को सबक सिखाया। बयान में इजरायली अधिकारियों ने कहा, अशांति को रोकने के लिए “दंगा निरोधक साधनों” का इस्तेमाल किया गया।

FILE PHOTO: Jewish worshippers pray by the Western Wall, Judaism’s holiest prayer site in Jerusalem’s Old City, REUTERS/Ilan Rosenberg

पुलिस ने कहा कि अशांति फैलाने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो पत्थर फेंकने वाले और एक “भीड़ को उकसाने” का आरोपी है।

ताजा घटनाक्रम पर प्रत्यक्षदर्शियों और एएफपी के संवाददाताओं ने कहा कि इजरायली पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाईं। (Clash During Juma Alvida)

पुलिस ने कहा, “पिछले एक घंटे से साइट पर सन्नाटा है और मुस्लिम अकीदतमंद सुरक्षित रूप से परिसर में प्रवेश कर रहे हैं।”

अलबत्ता, यरुशलम के पुराने चारदीवारी वाले शहर, इजरायल से जुड़े पूर्वी यरुशलम के हिस्से में साइट पर तनाव बरकरार है।

पिछले दो हफ्तों में अल-अक्सा परिसर में झड़पों में लगभग 300 फिलिस्तीनी घायल हो गए हैं, जहां यहूदियों का भी सबसे पवित्र स्थल टेंपल माउंट है।

रमज़ान के दौरान साइट पर इज़राइल की दखलंदाजी ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। वहीं, इजरायल ने जोर देकर कहा है कि उसे इस्लामी चरमपंथी समूह हमास और इस्लामिक जिहादी गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया गया, जो यरूशलेम में व्यापक अशांति फैलाने की कर रहे हैं।

इज़राइल के विदेश मंत्री यायर लैपिड ने कहा कि हमारी सरकार परिसर में यथास्थिति के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका मतलब है लंबे समय से चली आ रही परंपरा का पालन करना, यानी कि केवल मुसलमानों को वहां इबादत करने की अनुमति है। साथ ही यहूदियों को टेंपल माउंट जाने की अनुमति है। (Clash During Juma Alvida)

हालांकि, मुस्लिम नेता टेंपल माउंट यात्राओं में हाल ही में हुई बढ़ोत्तरी से नाराज़ हैं और कुछ लोगों ने आशंका जताई है कि इज़राइल परिसर को विभाजित कर एक ऐसी जगह बनाने की कोशिश कर रहा है जहां यहूदी इबादत कर सकें।

इस आशंका पर लैपिड ने पत्रकारों से कहा कि ऐसी कोई योजना नहीं है।

Palestinian Muslim worshippers attend Ramadan Fridays prayers near the Dome of the Rock mosque in the al-Aqsa mosque compound in the Old City of Jerusalem on April 8, 2022. (Photo by AHMAD GHARABLI / AFP)

इजरायल के कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में हिंसा ने पिछले साल इजरायल और आतंकवादी समूह हमास के बीच 11 दिनों के युद्ध से पहले के माहौल की याद दिला दी है। यह आशंका लगातार बनी हुई है कि यही माहौल रहा तो फिर से सशस्त्र संघर्ष हो सकता है। (Clash During Juma Alvida)

हाल के दिनों में गाजा से इजरायल और इजरायल से गाजा की ओर रॉकेट दागे गए, लेकिन दोनों ओर से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

अल-अक्सा का ताजा तनाव कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 22 मार्च से हिंसा की पृष्ठभूमि के रूप में देखा जा रहा है, जब इज़राइल के अंदर चार अलग-अलग हमलों में एक अरब-इजरायल पुलिस अधिकारी समेत बारह इजरायली और दो यूक्रेनियन मारे गए। दो घातक हमले फिलिस्तीनियों द्वारा तेल अवीव क्षेत्र में किए थे।

इसी अवधि के दौरान कुल 26 फिलीस्तीनी और तीन इजरायली अरब मारे गए हैं, जिनमें वेस्ट बैंक के इजरायली सुरक्षा बलों ने हमले के आरोपियों को भी मार गिराया। इजलायली सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र में सख्त धरपकड़ अभियान भी चलाया, जो जारी है। (Clash During Juma Alvida)


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