अयोध्या राम मंदिर जमीन घोटाले पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य का बयान-जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे है वो ना दें सलाह

0
300

द लीडर हिंदी, लखनऊ। श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट केे तथाकथित जमीन खरीद घोटाले मामले में यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या नेे ट्रस्ट के समर्थन में मोर्चा संभाला है उन्होंने कहा कि अभी आरोप लगे हैं जांच होगी और कोई दोषी है तो एक्शन लिया जाएगा।इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे है वो सलाह ना दे।

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट पर जमीन की खरीद में बड़ा घोटाला करने के आरोप पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी तथा आम आदमी पार्टी के नेताओं को खरी-खोटी सुनाई है। केशव प्रसाद मौर्य ने साफ कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के आंदोलन के दौरान राम भक्तों की हत्या के दौरान जिनके हाथ खून से रंगे थे, कम से कम वह लोग तो नैतिकता की बात न ही करें तो ठीक है।
अयोध्या के राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन की खरीद में गड़बड़ी के आरोप पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मोर्चा संभाला है। उन्होंने कहा जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे है वो सलाह ना दे। अगर वहां पर कहीं पर कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच की जाएगी। जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे हैं वो सलाह न दें कि क्या करना है। डिप्टी सीएम ने कहा कि अभी आरोप लगे हैं, अब जांच होगी और अगर कोई दोषी है तो एक्शन लिया जाएगा। ट्रस्ट पर लगे आरोपों की जांच होगी और इस जांच के बाद इस विषय पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण लगातार जारी है, अत: बाहरी लोग सलाहकार ना बनें। प्रतापगढ़ में पत्रकार की मौत पर उन्होंने कहा कि घटना की जांच कराई जा रही है। वहां पर सभी अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। पुलिस तथ्यों की जांच कर रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कल कहा गया है कि यह आरोप निराधार हैं और राजनीति से प्रेरित हैं। ट्रस्ट के अलावा अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने भी इन आरोपों को गलत बताया है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर आम आदमी पार्टी से राज्य सभा के सदस्य संजय सिंह ने रविवार को लखनऊ तथा अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे तेज नारायण पाण्डेय ‘पवन पाण्डेय) ने अयोध्या में जमीन खरीद में बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया था। उन्होंने इसके लिए साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। साक्ष्य के तौर पर उन्होंने जमीन के बैनामे की कॉपी मीडिया के सामने रखी। बैनामे की कॉपी दिखाते हुए कहा कि पांच करोड़ मालियात की जमीन पहले दो व्यक्तियों ने मिलकर दो करोड़ में खरीदी और फिर उसी जमीन को जिसकी मालियत पांच करोड़ थी उसको 18.5 करोड़ में ट्रस्ट को बेच दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here