कोरोना काल में डेंगू और वायरल फीवर का कहर, यूपी-एमपी समेत इन राज्यों में हाहाकार

0
284

द लीडर हिंदी, लखनऊ। देश में जहां एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर ने अपना जमकर कहर बरपाया तो वहीं अब डेंगू और वायरल फीवर भी कहर बरपा रहे है. इस समय देश में कोरोना के मामले 50 हजार से कम है लेकिन दूसरी तरफ डेंगू और वायरल फीवर से ज्यादातर लोगों की मौत हो रही है. यूपी में जहां कोरोना वायरस काबू में है तो वहीं कुछ जिलों में डेंगू और वायरल बुखार ने अपना कहर बरपाया हुआ है. वहीं अब तक डेंगू और वायरल फीवर से कई लोगों ने दम तोड़ दिया है. सरकार इसकी रोकथाम के लिए तमाम उपाय भी कर रही है. अब इसके प्रकोप को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डोर टू डोर सर्वे शुरू किया है. इस सर्वे के जरिए लोगों के घरों में जाकर बुखार की प्रकार का पता किया जाएगा.


यह भी पढ़ें: रवाना होने से पहले एक बार फिर मेहरबान हुआ मॉनसून : जानें कहां-कहां मूसलाधार बारिश होने की संभावना


 

यूपी में डोर-टू-डोर किया जा रहा सर्वे

यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि, पूरे प्रदेश में हमने 10 दिन के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू किया है. सर्वे में पता कर रहे हैं कि किस घर में किस तरह के बुखार का मामला है. अगर किसी में ज्यादा लक्षण दिखते हैं तो उनके सैंपल्स को जांच के लिए भी भेजा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने सावधानी बरतने की अपील भी की है.

नहीं थम रहा डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप

बता दें कि, आगरा मंडल में डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप थम नहीं रहा है. दिन-ब-दिन स्थिति गंभीर होती जा रही है. फिरोजाबाद जिले में बुधवार को डेंगू-वायरल फीवर से पांच बच्चों समेत आठ मरीजों की मौत हो गई. मथुरा में फरह ब्लॉक के गांव रहीमपुर में तीन वर्षीय बच्ची ने दम तोड़ दिया. वहीं मैनपुरी जिले में भी तीन मरीजों की जान चली गई है.


यह भी पढ़ें:  वाराणसी की ज्ञानवापी मस्ज़िद पर हाईकोर्ट आज सुनाएगा फैसला : जानिए क्या है पूरा विवाद ?


 

फिरोजाबाद में स्थिति ज्यादा खराब

फिरोजाबाद में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है. यहां एक महीने में 111 मरीजों की मौत हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा बच्चे हैं. वहीं प्रयागराज में 170 से ज्यादा बच्चों को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. यहां स्थिति ये है कि, एक बेड पर 2-2 बच्चों का एक साथ इलाज किया जा रहा है. लखनऊ, फिरोजाबाद, मथुरा, एटा, इटावा, सीतापुर, बाराबंकी, कासगंज और फर्रुखाबाद समेत उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में बुखार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब तक 100 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

इन राज्यों में कैसे हैं हालात ?

मध्यप्रदेश के भोपाल और ग्वालियर में सबसे ज्यादा केस आ रहे हैं. भोपाल के अलग-अलग अस्पतालों में 300 से भी ज्यादा बच्चे भर्ती हैं. मंगलवार को ही 865 बच्चे बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल लाए गए. इन बच्चों में वायरल इन्फेक्शन, निमोनिया, डायरिया, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हैं. इसी तरह ग्वालियर, मंदसौर, सागर, सतना, रतलाम में भी रोजाना सैकड़ों बच्चे वायरल फीवर की शिकायतों के बाद अस्पताल लाए जा रहे हैं.

बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, सिवान, गोपालगंज और चंपारण में बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हो रहे हैं. राजधानी पटना के सभी बड़े अस्पतालों में चिल्ड्रन वार्ड में 80% तक बेड फुल हैं. मुजफ्फरपुर जिले में भी वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है. अलग-अलग अस्पतालों में पिछले एक हफ्ते में 200 से भी ज्यादा बच्चे बुखार की शिकायतों के साथ इलाज के लिए लाए गए हैं। 4 बच्चों की मौत भी हुई है.

दिल्ली में डेंगू के 125 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। 2018 के बाद ये सबसे ज्यादा हैं. 2018 में 137 मामले सामने आए थे. दिल्ली के साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अस्पतालों में भी बुखार के मरीजों की संख्या में अचानक तेजी आई है. बुखार के ज्यादा मामले बच्चों में देखे जा रहे हैं.


यह भी पढ़ें:  जरनैल सिंह भिंडरांवाले को गिरफ्तार करने वाले पंजाब के पूर्व आइपीएस इकबाल सिंह बने अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष


 

डेंगू क्या है?

डेंगू मच्छर से फैलने वाला वायरल इन्फेक्शन है. एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है. डेंगू होने पर तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते निकल आते हैं.

डेंगू होता कैसे है?

हालांकि, ये वायरस 10 दिन से अधिक समय तक जीवित नहीं रहता है. डेंगू से निपटने के लिए कोई खास इलाज उपलब्ध नहीं है. सिर्फ इसके लक्षणों को पहचान कर ही आप इस पर काबू पा सकते हैं. आमतौर पर डेंगू का मच्छर शाम के समय पैरों पर काटता है.

कैसे करें पहचान?

बुखार आने के साथ-साथ बदन में दर्द होने लगे और ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगे तो ये डेंगू के लक्षण हैं. डेंगू में काफी तेज बदन दर्द होता है.


यह भी पढ़ें:  भगत सिंह के क्रांतिकारी विचारों की मशाल जलाए रखने वाले ‘पाश’ की ये पांच कविताएं जरूर पढ़िए


 

बरते ये सावधानी?

  • वायरल फीवर से बचने के लिए भी कोरोना की तरह ही सेफ्टी प्रोटोकॉल्स का पालन करें. बच्चों को सार्वजनिक स्थानों पर न ले जाएं. साफ-सफाई रखें और हाथ-धोते रहें.

  • खाने में लिक्विड डाइट को बढ़ाएं. जंक फूड को अवॉइड करें.हरी सब्जियां खाएं. एंटीऑक्सीडेंट और प्रोटीन से भरपूर फूड लें.

  • पर्याप्त मात्रा में नींद लें. 3 से ज्यादा दिन तेज बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाएं.

  • सबसे जरूरी सफाई है. अपने घर को साफ-सुथरा रखें, ताकि मच्छर और कीड़े पनप ही न पाएं.

  • घर के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें और न ही इकट्ठे हुए पानी में जाएं.

  • कपड़े ऐसे पहनें जो आपके शरीर को पूरी तरह ढंक लें. पैरों को ढंकने के लिए मोजे और हाथों के लिए पूरी आस्तीन के टीशर्ट, शर्ट पहनें.


यह भी पढ़ें:  अफ़ग़ानिस्तान में मुल्ला अख़ुंद के पीएम बनने के बाद चर्चाओं में बरेली की मस्जिद अख़ुंदज़ादा


 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here