द लीडर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार फिर आमने सामने हैं. यहां तक कि अखिलेश यादव सीएम योगी पर जुबानी हमले का एक भी मौका नहीं गंवा रहे हैं. एक बार फिर अखिलेश यादव ने सीएम पर निशाना साधा है. वो भी साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र की जयंती के बहाने. (CM Yogi Akhilesh Yadav)
9 सितंबर 1850 को जन्में हिंदी साहित्य के पुरोधा, भारतेंदु हरिश्चंद्र की आज जयंती है. उनकी जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट किया. लिखा-, हम जीवन में कितने दिन जी रहे हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं है. हमने कैसा जीवन जिया, यह महत्वपूर्ण है. उनके इस ट्वीट पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पलटवार किया है.
सीएम के इस ट्वीट के घंटा भर के अंदर ही अखिलेश यादव ने पलटवार कर दिया. अखिलेश ने कहा-महत्वपूर्ण ये नहीं है कि हमने कैसा जीवन जिया. महत्वपूर्ण ये है कि हमारी वजह से लोगों ने कैसा जीवन जिया. भाजपा ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. अब तो भाजपाईयों के प्रवचन तक अच्छे नहीं लगते. उनके दिए गये वचन की तो क्या ही बात करें. ये वापस लौटने की तैयारी है.
यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस के अलावा दूसरे दल पूरी ताकत के साथ मैदान में डटे हैं. मुख्य विपक्षी के तौर पर समाजवादी पार्टी, सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती दे रही है. इस दावे के साथ कि 2022 में सपा की सरकार बनेगी. (CM Yogi Akhilesh Yadav)
भारतेंदु हरिश्चंद्र को लेकर क्या बोले सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के एक कथन का हवाला देते हुए कहा कि, भारतेंदु जी ने पहले ही कहा था कि अगर गुलामी की बेड़ियों को तोड़ना है तो अपनी मातृभाषा में पारंगत होना होगा. एक वक्ता, लेखक, कलाकार, पत्रकार, नाटककार आदि. इन सभी क्षेत्रों में पारंगत होने के साथ ही राष्ट्रभक्ति और मातृभाषा के प्रति अद्भुत लगाव भारतेन्दु जी में देखने को मिलता है.