अफ़ग़ानिस्तान में मुल्ला अख़ुंद के पीएम बनने के बाद चर्चाओं में बरेली की मस्जिद अख़ुंदज़ादा

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द लीडर. अफ़ग़ानिस्तान को लेकर दुनिया का इंतज़ार खत्म हो गया. वहां तालिबान ने नई हुकूमत को चलाने वाले चेहरों का एलान कर दिया. इसमें सबसे पहला नाम मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद का है, जो सरकार के मुखिया यानी अफ़गानिस्तान के प्रधानमंत्री होंगे. वह अपने नाम के आगे जिस अख़ुंद को बतौर उपनाम इस्तेमाल करते हैं, उस नाम से उत्तर प्रदेश के ज़िला बरेली में एक मस्जिद भी है.


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300 साल से ज़्यादा पुरानी इस मस्जिद का नाम अखुंदज़ादा है. द लीडर ने जब मौक़े पर जाकर तफ़्तीश की तो साफ हुआ कि जिन्होंने मस्जिद का निर्माण कराया, वह अफ़गानिस्तान में कंधार के रहने वाले थे. वहां से हिजरत करके बरेली आए और मुहल्ला जसोली में क़याम किया. इस मस्जिद में नमाज़ पढ़ने आने वाले बुज़ुर्ग तो यहां तक बताते हैं कि अख़ुंदज़ादा साहब मुहल्ला जसोली से पहले ज़खीरा के उस मकान में रहते थे, जो आला हज़रत के बुज़ुर्गों का था.

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अब अगर हम मस्जिद अख़ुंदज़ादा को बनवाने वाले अख़ुंदज़ादा साहब के असली नाम की बात करें तो कराची से प्रकाशित किताब हयात-ए-हाफ़िज़ रहमत खां में मुहम्मद जि़यारत खां दर्ज है. इस किताब के हवाले से इतिहास के जानकार मास्टर एमएच क़ादरी बताते हैं कि अखुंद के नाम से अफ़ग़ानिस्तान में एक मशहूर क़बीला है, उससे जुड़े लोग ही नाम के आगे अख़ुंद या अखुंदज़ादा लगाते हैं. उसी क़बीले से मुहम्मद ज़ियारत खां भी हैं, जिन्होंने बरेली में रुहेला सरदार हाफ़िज़ रहमत खां की हुकूमत रहते यहां आकर मस्जिद तामीर कराई.


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मुहल्ला जसोली में ही रहने वाले फारसी के जानकार मास्टर मुहम्मद अज़ीम बताते हैं कि अखुंद अफग़निस्तान में बोली जाने वाली ज़बान पश्तो का शब्द हो सकता है. फारसी या उर्दू का नहीं है. अब जहां तक अफग़ानिस्तान से हिजरत करके बरेली आए अखुंदज़ादा उर्फ मुहम्मद ज़ियारत खां की शख्सियत का सवाल है तो वह ख़ालिस दीनी थे.

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अख़ुंदज़ादा के बारे में मशहूर है और मास्टर एमएच क़ादरी भी बताते हैं कि किताबों से हवाला मिलता है, जिन्नात को तालीम देते थे. जब अख़ुंदज़ादा साहब का इंतक़ाल हुआ तो उन्हें दफ्न भी जिन्नात ने ही किया था. ख़ैर मस्जिद को देखने के बाद साफ होता है कि वह पुराने दौर की ही बनी है. इसी में अख़ुंदज़ादा की मज़ार भी है. वुज़ू करने के लिए एक पुरानी हौज़ भी है. अख़ुंदज़ादा साहब का विसाल 1782 में हुआ लेकिन अब आकर वह जबर्दस्त चर्चाओं में हैं.

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