द लीडर हिंदी. समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर एवं रामपुर के सांसद मुहम्मद आज़म ख़ान के मेदांता अस्पताल में भर्ती के बाद शारीरिक कमजोरी दर्शा रहे फोटो वायरल होने के बाद देशभर में उनके चाहने वालों में गुस्सा झलक रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वे इसका इजहार भी कर रहे हैं. (Azam Khan Rampur News)
इसका सबसे ज्यादा असर उस शहर में दिखा, जहां के आज़म ख़ान रहने वाले हैं. सूबे में सपा नेताओं की खामोशी के बीच रामपुर के सपाइयों ने कह दिया कि उनके लिए सत्ता नहीं आज़म ख़ान जरूरी हैं.
अब चुप नहीं बैठेंगे. पहला कदम उठाते हुए डीएम की मार्फत राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है. मांग पूरी नहीं होती, अगला कदम उठाया जाएगा.
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सांसद आज़म ख़ान को लेकर रामपुर में तोपखाना रोड स्थित कार्यालय पर समाजवादी पार्टी की मीटिंग हुई. जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार गंगवार की अगुवाई वाली इस मीटिंग में सपा के स्थानीय नेताओं ने आज़म ख़ान की खराब सेहत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सख्त अल्फाज में नाराजगी का इजहार किया.
कह दिया कि अगर इसी तरह आज़म ख़ान की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं रुका तो संयम टूट जाएगा. आंदोलनात्मक कदम उठाए जाने पर चर्चा हुई. तय हुआ कि फिलहाल ज्ञापन देकर अपनी मांगों की तरफ सरकार की ध्यानकार्षित किया जाए.
मीटिंग में मौजूद सपाई डीएम से मिलने पहुंचे. ज्ञापन में मांग की है कि आज़म ख़ान के साथ अस्पताल में परिवार के एक सदस्य को भी रहने की इजाजत दी जाए. (Azam Khan Rampur News)
जब तक आज़म ख़ान खुद नहीं कहें कि बीमारी से उबर चुके हैं, तभी अस्पताल से जेल में शिफ्ट किया जाए. यह भी नाराजगी जताई कि पिछले मंगलवार को तबीयत ठीक हुए बगैर ही उन्हें अस्पताल से जेल ले जाया गया.
आज़म ख़ान के भांजे फरहान अली खां ने बताया कि ज्ञापन की मांगों पर अमल नहीं होता तो उसके बाद आगे कदम उठाएंगे. हमारे लिए आज़म ख़ान पहले हैं, राजनीति बाद की बात है. (Azam Khan Rampur News)