देश के ‘चुनावी महाकुंभ’ की तारीखों का ऐलान आज, आचार संहिता लगने में कुछ ही घंटे बाकी

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द लीडर हिंदी : आखिरकार अब वो घड़ी आ गई जिसका सभी राजनीति दलों को बेसब्री से इंतजार था. जी हां लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान 16 मार्च यानि आज होगा. चुनाव आयोग शनिवार को 3 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेगा जिसके बाद देश भर में आचार संहिता लागू हो जाएगी. बता दें आचार संहिता लगने में कुछ ही घंटों बाद बाकी है. चुनाव की आचार संहिता और मतदान की संभावित तारीखों पर अटकलों का दौर शनिवार को खत्म हो रहा है.वही मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर देंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार भी चुनाव अप्रैल-मई में होंगे.

इस बार भी चुनाव 7 चरणों में हो सकते हैं.चुनाव आयोग के ज्वाइंट डायरेक्टर मीडिया अजय चांडक की तरफ से मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबीक चुनाव की तारीखों का ऐलान 16 मार्च, शनिवार को दोपहर 3:00 बजे नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया जाएगा. बता दें मतगणना और नतीजों की घोषणा के बाद चुनाव आचार संहित खत्‍म हो जाएगी.बता दें आचार संहिता राजनैतिक दलों की सहमति से बनाए गए नियमों का एक समूह है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ओडिशा, आंध्र प्रदेश, सिक्कम और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी ऐलान करेगा.

वही मध्यप्रदेश की 29 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. मध्यप्रदेश में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी हो गया है. यहां चुनाव आयोग की तैयारी लगभग पूरी है. आचार संहिता लगने से पहले मध्यप्रदेश के निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 जारी कर दिया है.मुख्य चुनाव आयोग 16 मार्च को दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव की तारीखों का ऐलान करेंगे.

सूत्रों के मुताबिक स्कूल की परीक्षाएं होने के बाद चुनाव की तारीखें घोषित की जाएंगी. इसलिए चुनाव मई से लेकर मई आखिर तक पूरे कर लिए जा सकेंगे. चुनाव आयोग के एक पत्र से यह संकेत भी मिलते हैं कि चुनाव की तारीखें 16 अप्रैल के बाद की हो सकती है. हालांकि अप्रैल माह में स्कूलों की परीक्षाएं हैं, ऐसे में परीक्षा के बाद ही चुनाव की तारीखें रखी जाएंगीं, क्योंकि देशभर में होने वाले आम चुनाव में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की जरूरत पड़ती है और इस कार्य में सबसे अधिक शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई जाती है. पिछले दो चुनावों की तारीखों पर गौर करें तो 2014 और 2019 में लोकसभा के चुनाव मई में पूरे हो गए थे और केंद्र की सरकार ने कामकाज संभाल लिया था. इस बार भी चुनाव आयोग की तैयारी है कि मई अंत तक चुनाव करा लिए जाएं. इस बार यह भी कहा जा रहा है कि चुनाव की तारीखें मई और जून तक जा सकती है, क्योंकि अप्रैल में कई राज्यों में परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है.

जानिए क्‍या है आदर्श आचार संहिता ?
आपको बता दें देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग कुछ नियम बनाता है. चुनाव आयोग के इन्हीं नियमों को आचार संहिता कहते हैं. लोकसभा/विधानसभा चुनाव के दौरान इन नियमों का पालन करना सरकार, नेता और राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी होती है.

जानें आचार संहिता कब लागू होती है?
बता दें आचार संहिता चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही लागू हो जाती है. देश में लोकसभा के चुनाव हर 5 साल पर होते हैं. अलग-अलग राज्यों की विधानसभा के चुनाव अलग-अलग समय पर होते रहते हैं. चुनाव आयोग के चुनाव कार्यक्रमों का ऐलान करते ही आचार संहिता लागू हो जाती है.

कब खत्म होती है आचार संहिता ?
आचार संहिता चुनाव प्रक्रिया के संपन्न होने तक लागू रहती है.वही चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही आचार संहिता देश में लगती है और वोटों की गिनती होने तक जारी रहती है.

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कहां कितने चरण में होगा चुनाव
16 मार्च को दोपहर चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद से आचार संहिता लग जाएगी.मिली जानकारी के मुताबीक 6-7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे.

जिसमें पहले चरण में दक्षिण भारत, दूसरे चरण में पश्चिम भारत, तीसरे चरण में उत्तर भारत, चौथे चरण में पूर्व भारत और पांचवे चरण में मध्य भारत में चुनाव किए जा सकते हैं.

चुनाव आयोग के ज्वाइंट डायरेक्टर मीडिया अजय चांडक की तरफ से मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबीक चुनाव की तारीखों का ऐलान 16 मार्च, शनिवार को दोपहर 3:00 बजे नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया जाएगा.