द लीडर नेटवर्क: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर पुलिस और किसानों के बीच आखिर सहमति बन गई। सुप्रीम कोर्ट से ट्रैक्टर परेड रोकने की याचिका खारिज होने के बाद गेंद दिल्ली पुलिस के पाले में थी।
परेड न निकालने को लेकर दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन के नेतृत्व से बुधवार को भी बात की थी, लेकिन रजामंदी नहीं बनी। इस मामले में आज फिर बातचीत हुई।
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सूत्रों ने बताया कि बातचीत में उत्तरप्रदेश के पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। पुलिस ने किसानों से ट्रैक्टर परेड न निकालने को राजी करने की काफी कोशिश की और कानून व शांति व्यवस्था का हवाला दिया। पुलिस के साथ चर्चा और जिरह के दौरान किसानों ने आंदोलन के अब तक के शांतिपूर्ण रहने की बात कही।
किसानों ने कहा कि हमारा शांति और कानून व्यवस्था से कोई बैर नहीं है, आंदोलन तीन नए कृषि कानूनों की वापसी के लिए है, जिस पर सरकार के साथ बातचीत जारी है।
किसान नेताओं ने कहा कि इतनी बड़ी तादाद में देश के किसान यहां मौजूद हैं, जो अपने तरीके से गणतंत्र दिवस मनाएंगे, ये शांति व्यवस्था के लिए खराब स्थिति नहीं बल्कि स्वस्थ गणतंत्र की तस्वीर है।
बातचीत के बाद किसान मोर्चा की ओर से मीडिया को अनौपचारिक जानकारी दी गई। बताया कि पुलिस से कहा गया है कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से परेड करेंगे, जो जिस जगह है, वहीं से आउटर रिंग रोड पर परेड में शामिल होगा। इसको लेकर पुलिस के साथ सहमति बन गई है।
उन्होंने ये भी कहा कि ट्रैक्टर परेड में 25 राज्यों से तकरीबन एक लाख ट्रैक्टर शामिल होने की उम्मीद है।