द लीडर। एक तरफ जंहा कोरोना को हराने के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रशासनिक तौर से नजर बनाए हुए है तो इस लड़ाई में अध्यात्म का भी सहारा ले रहे है। दो दिन के दौरे पर रविवार शाम को गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। सोमवार की सुबह उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में स्थित अपने आवास के शक्तिपीठ में कोविड महामारी के विनाश के संकल्प के साथ रुद्राभिषेक किया। इस अनुष्ठान के दौरान उन्होंने भगवान शिव का वैदिक मंत्रोच्चार किया और 11 लीटर दूध और पांच लीटर कुशोदक (कुश के साथ तैयार किया गया जल) भगवान को अर्पित किया।
सीएम योगी ने रुद्राभिषेक पूजन की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा के साथ की। उसके बाद सीएम योगी ने भगवान शिव और द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूरे विधि-विधान के साथ षोडशोपचार पूजन किया। रुद्राभिषेक को मंदिर के प्रधान पुरोहित रामानुज त्रिपाठी के नेतृत्व में संपन्न कराया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ की गोरखनाथ मंदिर में सोमवार सुबह की दिनचर्या बेहद सामान्य रही। वह हमेशा की तरह सबसे पहले गुरु गोरक्षनाथ की आराधना की और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल जाकर आशीर्वाद लिया।
मंदिर परिसर में भ्रमण कर वह गोशाला पहुंचे और करीब आधा घंटा गायों के बीच गुजारा। इस दौरान उन्होंने गायों को दुलराया-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना भी खिलाया।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर परिसर को बंद कर दिया है, ऐसे में जनता दरबार भी नहीं लग रहा है। इस वजह से मंदिर में सन्नाटा पसरा हुआ है।
ये भी पढ़ें…