सीबीआई आज लखनऊ में कर सकती है अखिलेश यादव से पूछताछ, सपा प्रमुख ने उठाए ये सवाल

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द लीडर हिंदी : लखनऊ में आज सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से खनन घोटाले में सीबीआई सवाल-जवाब कर सकती है. अखिलेश यादव सीबीआई के सम्मन पर बृहस्पतिवार को जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए. हालांकि उन्होंने सीबीआई को पत्र के जरिए जवाब भेजा था. उन्होंने कहा, मैं जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हूं लेकिन अधिकारी लखनऊ आ जाएं. यह बात उन्होंने दिल्ली न जाने के बाद कही है. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की टीम आज लखनऊ आकर अखिलेश यादव से पूछताछ कर सकती है.इसके साथ ही सूत्रों ने बताया की अखिलेश यादव ने सीबीआई को जांच में सहयोग करने का आश्वासन देने के साथ सवाल किया कि आखिर उन्हें चुनाव से पहले नोटिस क्यों भेजा गया.इसके साथ ही उन्होंने लखनऊ में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बयान दर्ज करने की बात लिखी है.

सीबीआई को जवाब भेजने की पुष्टि अखिलेश ने खुद भी की है. वही अखिलेश ने सीबीआई को भेजे पत्र में सवाल उठाया कि उन्हें चुनाव से पहले नोटिस क्यों भेजा गया है. साल 2019 के बाद पांच साल तक उनसे कोई जानकारी क्यों नहीं मांगी गई? सीबीआई आखिरकार उनसे इस मामले में क्या जानकारी हासिल करना चाहती है, जिसके लिए उन्हें बतौर गवाह बुलाया गया. बतादें बृहस्पतिवार को लखनऊ में सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खनन घोटाले मामले में दिल्ली में पूछताछ के लिये पेश होना था.

वहीं राजधानी में मीडियाकर्मियों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि सीबीआई का कागज आया था, मैंने जवाब भेज दिया गया है. पत्र में क्या लिखा है, यह आप लोग नोटिस भेजने वाले से पता कर लीजिए. बातचीत के दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लीक करने का काम हम नहीं, बीजेपी करती है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस समय सबसे ज्यादा कमजोर है. वह संवैधानिक संस्थाओं का अपने प्रकोष्ठ की तरह प्रयोग कर रही है.

आज जांच टीम लखनऊ आ सकती है
बता दें कि अखिलेश यादव को सीबीआई ने बतौर गवाह बुलाया है, इसलिए वह लखनऊ में आकर पूछताछ कर सकती है. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बयान दर्ज होना मुश्किल माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो सीबीआई अखिलेश को 15 दिन बाद फिर से नोटिस देकर तलब कर सकती है.

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इसके बावजूद अगर वह दिल्ली जाकर जांच एजेंसी को अपना बयान नहीं देते हैं तो जांच अधिकारी लखनऊ आकर उनका बयान दर्ज कर सकता है. उनके बयान में अगर सीबीआई को कोई नया तथ्य हाथ लगा तो इस मामले की जांच नया मोड़ ले सकती है. वही सूत्रों की मानें तो अखिलेश से खनन पट्टों के आवंटन को लेकर पंचम तल पर किए गये फैसलों के बारे में सवाल पूछे जाने हैं.