द लीडर। भाजपा कार्यकर्ता बाबर की पीट पीट कर हत्या मामले में जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को 2 लाख का मुआवजा देने का एलान किया है तो वहीं दूसरी पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है।
बता दें कि, जब मामले की जांच करने डीआईजी मौके पर पहुंचे तो बाबर की बेबश माँ उनके पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाने लगी। उसके बाद डीआईजी ने उस बेबश बूढ़ी माँ को उठाया और फिर घर के अंदर जांच करने चले गए।
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दरअसल, पहले तो पुलिस ने मामले में लापरवाही दिखाई लेकिन जैसे ही मीडिया पर चली खबर तो जागे पुलिस अफसर गांव में दौरा करने लगे। देर शाम गोरखपुर रेंज के डीआईजी जे रविंद्र गौड़ मौके पर पहुँच कर पीड़ित परिवार से मिले।
थानाध्यक्ष को लाईन हाजिर किया
डीआईजी ने मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। परिजनों ने अभी जिनके नाम का जिक्र किया है सबको विवेचना में लायेंगे। लापरवाही में थानाध्यक्ष को लाईन हाजिर किया जा चुका है और जिसकी भी भूमिका होगी कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल, कुशीनगर के रामकोला थाने के कठघरही गांव में मुस्लिम युवक को बीजेपी का प्रचार करने और सरकार बनने पर मिठाई बांटने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी। मुस्लिम युवक को उसके पट्टीदारों ने जमकर पिटाई की जिसके बाद युवक को जिला अस्पताल और फिर लखनऊ रेफर किया गया जहाँ इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई।
मारपीट की घटना बीते 20 मार्च की है। 21 मार्च को पीड़िता फातमा की तहरीर पर पुलिस ने मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज किया। मृतक का शव जैसे ही गांव में पहुँचा तो लोग आक्रोशित हो गए लोगों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मामला सत्ताधारी दल से जुड़ा होने के कारण प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया। विधायक के साथ सीओ, एसडीएम मय फोर्स पहुँच गए।
दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया
मृतक बाबर के परिजनों का कहना था कि, पड़ोस में रहने वाले पट्टीदार इस बात पर नाराज थे कि बाबर भाजपा का प्रचार क्यों कर रहा है । पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले में इतिश्री कर ली थी। जैसे ही यह खबर मीडिया में आई और परिजन शव को लेकर धरने पर बैठे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले के मीडिया में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए थे। उसके बाद लापरवाही में थानाध्यक्ष रामकोला दुर्गेश कुमार सिंह को लाईन हाजिर कर दिया गया। सीएम के जांच के आदेश के बाद देर शाम गोरखपुर के डीआईजी जे. रवींद्र गोंड़ भी मौके पर पीड़ित परिवार के घर पहुँचे. जहां पीड़ित परिवार ने उनसे न्याय की गुहार लगाई।
परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया
जांच के बाद मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए डीआईजी जे. रविन्द्र गोंड़ ने कहा कि, परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
परिजनों ने अभी जिनके नाम का जिक्र किया है सबको विवेचना में लायेंगे। लापरवाही में थानाध्यक्ष को लाईन हाजिर किया जा चुका है और जिसकी भी भूमिका होगी कार्यवाही की जाएगी।
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