बरेली : बैंड-बाजा न बाराती-एक साथ 28 जोड़ों की शादी, दहेज नहीं दुआओं से भरी दूल्हों की झोली

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Bareilly Shah Saklain Academy
बरेली में शाह सकलैन एकेडमी द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह.

द लीडर : उत्तर प्रदेश के बरेली में शाह सकलैन एकेडमी की सामूहिक निकाह की मुहिम जारी है. इसके तहत रविवार को 28 मुस्लिम जोड़े शादी के बंधन में बंध गए. एकेडमी की तरफ से उन्हें कुछ तोहफे दिए गए. और बेशुमार दुआओं से नवाज़ा गया. कार्यक्रम हज़रत शाह सकलैन मियां की सरपरस्ती में हुआ. (Bareilly Shah Saklain Academy)

रविवार को जश्ने शाह शराफ़त अली मियां मनाया गया. आपको बता दें कि इस मौके पर हर साल एकेडमी की ओर से सामूहिक शादी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. इस कोशिश के साथ कि दहेज की वजह से जिन ग़रीब घरों की बेटियों की शादियां लंबे वक़्त के लिए अटकी रहती हैं. वक़्त रहते और दहेज के बोझ के बग़ैर उनका घर बस जाए.

प्रोफेसर महमूद हसन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज में दहेज की समस्या पर रौशनी डाली. उन्होंने कहा कि हमारे मुआशरे में फिज़ूलखर्ची और गैर-रस्मों का बोलबाला हो गया है. जिसकी वजह से घरों के हालात बदतर होते जा रहे हैं. नौबत यहां तक आ पहुंची है कि ग़रीब आदमी अपनी बच्चियों की शादी करने तक की हैसियत में नहीं है. ऐसे वक़्त में हज़रत शाह सकलैन एकेडमी का ये मक़सद और मिशन है कि, ज़रूरतमंद बच्चियों की शादियां समय पर हो जाएं. और फिजूलखर्जी व रस्मों से सहूलियत मिले. (Bareilly Shah Saklain Academy)


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निकाह में नए जोड़ों को दुआओं से नवाज़ने के लिए सैकड़ों उलमा-ए-कराम शामिल हुए. आमिल ककरालवी, हसीब रौनक, मज़हर सकलैनी ने नात-ओ-मनक़बत का नज़राना पेश किया. संचालन मुख़्तार सकलैनी तिलहरी ने किया. इस दौरान मुहम्मद शाहिद शेख़, सईद सकलैनी, फ़ैसल बखरानी, भोपाल से सूफी नूरुद्दीन सकलैनी, यूसुफ सकलैनी, झांसी से जावेद सकलैनी, इलाही बक्श सकलैनी, हामिद सकलैनी के अलावा यूपी की सभी एकेडमी यूनिटों के अध्यक्ष व पदाधिकारी मौजूद रहे.

कार्यक्रम में मुनतख़ब मियां नूर, हज़रत गाज़ी मियां साहब, सादकैन मियां, हमज़ा सक़लैनी, हाफ़िज़ गुलाम ग़ौस, गुलाम मुर्तुजा सकलैनी, इंतखाब सकलैनी, सलमान सकलैनी, मुनीफ सकलैनी, मुंतासिब सकलैनी, ऐनुलहक सकलैनी, उमम सकलैनी, ज़िया सकलैनी का ख़ास योगदान रहा. (Bareilly Shah Saklain Academy)


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