बांदा में गरजे BSP के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, कहा- BJP से नाराज हैं भगवान परशुराम के वंशज ‘ब्राह्मण समाज’

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द लीडर। सभी पार्टी के नेता यूपी चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए जगह-जगह रैली कर जनसभा को संबोधित कर अपने पक्ष में वोट मांग रही है। वहीं बांदा में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें सतीश चंद्र मिश्रा ने बांदा में आरक्षित सीटों के लिए जनता से बसपा के पक्ष में वोट देने की अपील की।

वहीं रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा और सपा पर जमकर हमला बोला। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि, मठ के लोग प्रदेश के मंदिरों पर कब्जा करना चाहते हैं। गोरखपुर से मठो से लोग आएंगे और वह मंदिरों पर कब्जा करेंगे। आधे मंदिरों पर कब्जा किया भी जा चुका है वहां के ब्राह्मणों की हत्या करवा दी गई है। भाजपा सरकार बाबा साहेब, कांशीराम के मूमेंट को ख़त्म करना चाहती है।

जनता को बचाने के लिए सभी पार्टियों को उखाड़ देगी BSP

उन्होंने कहा कि, पूरे प्रदेश में प्रबुद्ध सम्मेलन करने के बाद बहन मायावती के आदेश के अनुसार सुरक्षित सीटों पर मंडल स्तरीय बैठक बसपा पार्टी ने ही सिर्फ किया है। बसपा पार्टी को कम आंकने वाले सचेत हो जाए। बसपा आंधी की तरह है प्रदेश की जनता को बचाने के लिए सभी पार्टियों को उखाड़ देगी। जिन बुलडोजर से भाजपा सरकार जनता का घर गिरवा रही है, 2022 चुनाव के बाद उसी बुलडोजर पर बैठाकर इन भाजपा के नेताओं को प्रदेश से बाहर खदेड़ने का काम जनता करेगी।


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बहुजन समाज पार्टी के कार्यक्रम जनता को बुलाकर, झूठे वादे करके लाना नहीं पड़ता बसपा के कार्यक्रम में जनता खुद ब खुद चली आती है।भाजपा वाले तो प्रशासन पर दबाव बनाकर भीड़ इकट्ठा करते हैं। सपा, भाजपा, कांग्रेस और तमाम छोटे दल मिलकर जितनी जनसभाएं कर रही हैं, बसपा पार्टी ने अकेले उतनी जनसभाएं और जनता के बीच जाने का काम किया है। बसपा तीर्थ स्थानों को पर्यटक स्थल में नहीं बदलती, बसपा इस प्रदेश की जनता की आस्था का हमेशा सम्मान करती है और करती रहेगी।

अयोध्या में भाजपा ने नहीं किया कोई विकास कार्य

23 जुलाई को भाजपा का खुलासा करने के लिए बहन मायावती के आदेशानुसार अयोध्या में प्रबुद्ध सम्मेलन की शुरुआत की गई। हम दूसरी बार अयोध्या में जनसभा करके आ गए लेकिन आज तक राम मंदिर में कोई भी काम नहीं हुआ। अगर भाजपा वाले धर्म के बहुत बड़े ठेकेदार हैं तो उन्होंने क्यों आज तक मथुरा वृंदावन का विकास नहीं किया। जबकि बहन मायावती जी ने मथुरा वृंदावन का समग्र विकास किया है। मैंने बहन जी के सामने सुंदरीकरण का प्रस्ताव रखा तो बहन जी ने कहा कि तुम बजट की चिंता मत करो और मथुरा वृंदावन का समग्र विकास करो।

भाजपा वाले चुनाव में तूफान लाने की बात करते हैं वह जनता के पैसों को अपने प्रचार में उपयोग हेलीकॉप्टर और गाड़ियों का तूफान लेकर आने की बात कर रहे हैं। भाजपा वाले राम का नाम लेते हैं इसमें कोई शक नहीं लेकिन वह नाम सिर्फ वोट बटोरने के लिए लेते हैं आस्था से नहीं लेते।

चित्रकूट जहां श्री राम का पूरा परिवार रहा वहां का जिक्र कभी भाजपा वाले नहीं करते। उनको सिर्फ अपनी राजनीतिक फायदे के लिए अयोध्या राम मंदिर दिखता है। चित्रकूट की हालत एकदम जर्जर हो चुकी है लेकिन भाजपा यहां कोई ध्यान नहीं देगी। चित्रकूट में सारा विकास बसपा शासनकाल में किया गया लेकिन कभी हम लोगों ने अखबारों में छपवाकर वाहवाही नहीं लूटी।


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सनातन धर्म को जो जानते नहीं सनातन धर्म की बात करते हुए अच्छे नहीं लगते। सनातन धर्म में कहां लिखा है कि, अंतिम संस्कार रात में मिट्टी का तेल डालकर किया जाता है, लेकिन यह नीचता और घृणित भरा कार्य प्रदेश के मुखिया के फोन आने के बाद हाथरस की दलित बेटी के साथ किया गया। भाजपा वाले खुशी दुबे के मृत शरीर कोई ही जेल से बाहर निकलने देंगे।

भाजपा से रूठ चुके हैं ब्राह्मण समाज

ब्राह्मण समाज भगवान श्री परशुराम के वंशज हैं और वह भाजपा से रूठ चुके हैं अब भाजपा का प्रदेश से खात्मा निश्चित है। भाजपा के लिए तो ब्राह्मण समाज सबसे बड़े विरोधी हैं। सिर्फ ब्राह्मणों को लुभाने के लिए कुछ ब्राह्मणों को गुलदस्ते की तरह इस सरकार में पद मिला हुआ है। इन ब्राह्मणों को तो बोलने का हक भी नहीं दिया गया है।

बहुजन समाज पार्टी का तो ना रही है हाथी नहीं गणेश है ब्रह्मा, विष्णु,महेश है। 2007 में सरकार बनते ही ब्राह्मणों को उचित सम्मान देते हुए पहला डीजीपी, पहला चीफ सेक्रेट्री,पहला लॉ सेक्रेट्री,पहला एडिशनल एडवोकेट जनरल, 4000 सरकारी वकील, 15 कैबिनेट मंत्री, 15 से ज्यादा एमएलसी, 35 से ज्यादा मंत्री का दर्जा देते हुए चेयरमैन बहन जी ने बनाया था।

कोरोना काल में सरकार की पोल खुल गई

ब्राह्मण समाज और दलित समाज अगर अपनी पूरी ताकत झोंक दें तो इस प्रदेश में सारे पार्टियों की जमानत जप्त हो जाएगी। कोरोना काल में सरकार की पोल खुल गई। जनता परेशान थी दूसरे प्रदेश से आए प्रवासियों के लिए कोई सुविधा नहीं थी। वह सड़क पर नंगे पैर तेज धूप में भूखे पेट चलने को मजबूर थे और भाजपा के सारे नेता, मुख्यमंत्री अपने घरों पर बैठ कर आराम कर रहे थे।

कोरोना की दूसरे वेव में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई। ऑक्सीजन की कमी से हजारों लोगों की मौतें हुई जिनकी लाशों को बेदर्दी के साथ नदियों के किनारे गाड़ दिया गया फेंक दिया गया। उन लाशों को चील कौवे नोच रहे थे। लेकिन इस सरकार ने उनके लिए कोई भी इंतजाम नहीं किया। भाजपा सरकार के लोगों के अंदर कोई भी मानवता नहीं है।

समाजवादी पार्टी सिर्फ वोट बैंक बना कर रखना चाहती है

गरीबों के लिए यह भाजपा सरकार है ही नहीं यह सिर्फ पूंजीपतियों का विकास करने आई है। इस भीषण ठंड में क्या गरीबों के लिए किसी तरह का इंतजाम किया गया है ना कहीं अलाव जल रहे हैं ना कहीं रैन बसेरे बनाए गए हैं। अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने ही मुझे तस्वीर भेजी नेता जी मुलायम सिंह यादव और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की। समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक समाज की हितैषी नहीं सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक बना कर रखना चाहती है।


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