द लीडर हिंदी: नए संसद भवन के उद्घाटन के मामले को लेकर जमकर घमासान छिड़ा हुआ है. विपक्षी दलों ने उद्धाटन कार्यक्रम के बहिष्कार का एलान कर दिया है.
इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लेकर अपनी चुप्पी तोड़ दी है. मायावती इस मामले में मोदी सरकार के पक्ष में आ गई हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि बसपा ने देश में जनहित मुद्दों पर हमेशा चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की सभी का समर्थन किया है. 28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है.
1. केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नये भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023
उन्होंने आगे लिखा है कि राष्ट्रपति से उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित है. संसद भवन को सरकार ने बनवाया है. इसके उद्घाटन का अधिकार भी सरकार को ही है.
इस मामले को आदिवासी महिला के सम्मान से जोड़ना भी अनुचित है. यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था.
3. देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनायें। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों सम्बंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023
मायावती ने आगे से भी कहा कि देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे मिला है, लेकिन बैठकों में व्यस्तता होने के कारण मैं उसमें शामिल नहीं हो पाऊंगी. इसके लिए बधाई.