Bihar : #STET पास करके शिक्षक बन गईं अभिनेत्री अनुपमा परमेश्वरन, सरकार पर बरसे तेजस्वी

द लीडर : बिहार की अमूमन हर परीक्षा में एक निराला किस्सा सामने आ जाता है. 2017 का माध्यमिक का बोर्ड रिजल्ट याद कीजिए. गणेश 429 अंक पाकर इंटर के टॉपर बने थे. जिन्हें सुर-ताल का भी इल्म नहीं था. भेद खुला. बोर्ड की फजीहत हुई. तब गणेश का रिजल्ट निरस्त किया. ऐसे ही इंजीनियरिंग परीक्षा में सनी लियोनी पास कर दी गईं. और अब बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (BSEB) ने कमाल कर दिया है. एक वायरल वीडियो में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2019 (#STET) में मलयालम अभिनेत्री अनुपमा परमेश्वरन को सफल घोषित किए जाने का दावा किया गया है.

बिहार : एसटीईटी परीक्षा को लेकर विरोध करते छात्र. फोटो साभार ट्वीटर

इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर करारा वार किया है. तेजस्वी यादव ने कहा- ”सनी लियोनी को बिहार की जूनियर इंजीनियर परीक्षा में टॉप कराने के बाद अब मलयालम अभिनेत्री अनुपमा परमेश्वरन को #STET परीक्षा पास करवा दी है. नीतीश जी हर परीक्षा-बहाली में धांधली करा, करोड़ों युवाओं का जीवन बर्बाद कर रहे हैं. एक बहाली पूरा करने में एक दशक लगाते हैं. वह भी धांधली के साथ.”

तेजस्वी यादव ने एक वीडियो रि-ट्वीट कर, ये लिखा है. वीडियों में ऋषिकेष कुमार नाम के आवेदक का रिजल्ट दिखाया जाता है. जिनकी जन्मतिथि 20 जुलाई 1991 है. उनकी जगह पर अभिनेत्री अनुपमा परमेश्वरन का फोटो लगा है. मतलब ऋषिकेश कुमार ने अनुपमा की फोटो के साथ परीक्षा दे दी. और पहले पेपर-मैथमेटिक्स में 95.45 प्रतिशत अंकों के साथ सफल हुए. दूसरे पेपर में भी 77 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर क्वालिफाई कर लिया.


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वीडियाे जारी करने वाले युवक ने सवाल उठाया है कि ऋषिकेश कुमार के स्थान पर अभिनेत्री अनुपमा परमेश्वरन ने परीक्षा कैसे दे दी? ऐसा कैसे हो सकता है. उन्होंने परीक्षा में बड़े घोटाले का आरोप लगाया है.

दूसरी ओर परीक्षा में कथित धांधली और क्वालिफाइड सभी अभ्यर्थियों को मेरिट में जगह न मिलने को लेकर अभ्यर्थी हंगामा खड़ा किए हैं. दरअसल, बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड ने एसटीईटी-2019 का परीक्षा परिणाम 12 मार्च को जारी किया था. इसमें उर्दू-संस्कृत और विज्ञान का रिजल्ट नहीं निकल सका, जो 21 जून को आया है.


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माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 15 विषयों के करीब 37 हजार रिक्त पदों के लिए ये परीक्षा हुई. जिसमें 1.78 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. 12 विषयों की परीक्षा में 24,599 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. ये परिणाम अभी 2021 में आया है. अभ्यर्थियों की मांग है कि नियुक्ति मेरिट से होगी. लेकिन इसमें उन छात्रों को शामिल नहीं किया गया है जो परीक्षा में क्वालिफाइ हुए हैं.

छात्रों के विरोध के बीच शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि जो छात्र क्वालिफाइ किए हैं और मेरिट में जगह नहीं मिली. वे परेशान न हों. सरकार उनके बारे में विचार कर रही है और हित में ही फैसला लिया जाएगा. यहां तक कि सातवें या जितने चरण में भर्ती होगी. उन सभी में उनकी पात्रता बनी रहेगी. बशर्ते आयु सीमा की पात्रता बनी रहे.

Ateeq Khan

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