
द लीडर हिंदी: यूपी के जिला बरेली में बड़ा हादसा हो गया. आंवला थाना क्षेत्र के बहोड़ा खेड़ा गांव में 11 हजार वोल्ट का हेवी करंट दौड़ने कई घरों में धमाके के साथ बिजली के उपकरण जल गए. एक की जान चली गई, जबकि करीब छह घायल हो गए.
आलम यह था कि किसी का मोबाइल चार्ज बम की तरह फटा तो किसी के पंखे से आग निकलने लगी. कोई पानी भरते समय नल से चिपक गया तो कोई तेज करंट के झटके से कई फीट दूर जा गिरा. देखते ही देखते गांव में अचानक कई घरों में इंवर्टर, फ्रिज समेत तमाम बिजली के उपकरणों में धमाके होने लगे.
हाईवोल्टेज करंट से आधा दर्जन से अधिक लोगों के झुलसने से गांव में हाहाकार मच गया. घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. ग्रामीणों के मुताबिक, गांव की लाइन में फाल्ट आ गया था. जिसे लाइनमैन आकर ठीक कर गया था. इसके बाद बिजली आई तो वोल्टेज इतना ज्यादा था कि घरों में धमाकों के साथ उपकरण फुंकने शुरू हो गए.
इस दौरान 32 वर्षीय धर्मेंद्र सिंह का मोबाइल चार्जर फटा तो उन्होंने स्विच ऑफ करने की कोशिश की. बताते हैं कि करंट इतना तेज था कि तेज झटके लगने से उनकी मौके पर मौत हो गई. इसके अलावा राजीव सिंह के घर में चल रहे फर्राटे पंखे से आग निकलने लगी. उसे बंद करने की कोशिश में उनकी 12 वर्षीय बेटी मानवी भी झुलस गई और करंट के तेज झटके से दूर जा गिरी.
ऐसे ही कृष्णमुरारी शर्मा की पत्नी पानी भरते समय सरकारी नल से चिपककर झुलस गईं। ग्रामीणों ने लाठी की मदद से उन्हें छुड़ाया. गांव के ही चार अन्य लोगों को भी करंट लगा. इससे वे बुरी तरह झुलस गए.
घटना के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. सूचना पर सीओ डॉ. दीपशिखा और इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गौतम मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने धर्मेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
वहीं, पूरी घटना को लेकर पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं. जिससे पता चल सके कि घटना किस कारण से हुई.