द लीडर : देश के सबसे दौलतमंद शख्स मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने के प्रस्ताव पर छिड़े विवाद को लेकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) प्रशासन ने सफाई दी है. प्रशासन ने कहा कि नीता अंबानी को किसी संकाय, विभाग में विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त करने का कोई फैसला नहीं हुआ है. दरअसल विश्वविद्यालय ने उद्योग पति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और लक्ष्मी मित्तल की पत्नी को विजिटंग प्रोफेसर बनाने का प्रस्ताव भेजा था. छात्रों के एक समूह ने उसके इस कदम के खिलाफ विरोध जताया था. (BHU Ambani Visiting Professors)
सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन कौशल किशोर मिश्र के हवाले से कहा गया है कि संकाय के महिला अध्ययन और विकास केंद्र की ओर से विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का प्रस्ताव भेजा था. हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऐसे किसी प्रस्ताव के न मिलने की बात कही है.
कैसे बनाए जाते हैं विजिटिंग प्रोफेसर
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर बीआर कुकरेती बताते हैं कि राज्य विश्वविद्यालयों में तो यूजीसी की एक योजना के अंतर्गत विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त किए जाते हैं. मसलन कोई व्यक्ति किसी यूनिवर्सिटी में विजिटिंग प्रोफेसर बनना चाहता है तो उन्हें उसी योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा. नियुक्ति प्रक्रिया यूजीसी से पूर्ण होगी और खर्च भी वहीं से मिलेगा.
राजस्थान : गहलोत सरकार छात्रों को पढ़ा रही-इस्लाम का ही एक रूप है इस्लामी आतंकवाद
रही बात बीएचयू की तो उनके एक्ट में ऐसा प्रावधान होगा कि विशिष्ट लोगों सीधे विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त किया जा सकता है. इसमें किसी विशेष क्षेत्र में विशिष्ट काम करने वाले शामिल हो सकते हैं, जैसे कि अभी तीन औद्योगोकि घरानों से जुड़ी महिलाओं को विजिटिंग प्रोफेसर का प्रस्ताव शामिल है. हालांकि ये विश्वविद्यालय पर निर्भर करता है कि वे किन शख्सियतों को ये प्रस्ताव भेजते हैं.