बंगाल : जय श्रीराम का नारा धार्मिक नहीं, एक प्रतीक है तुष्टीकरण के खिलाफ-अमित शाह

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Bengal Religious Amit Shah
फोटो साभार-गृहमंत्री अमित शाह-ट्वीटर हैंडल.

द लीडर : गृहमंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार को लगातार तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति के मुद्​दे पर घेर रहे हैं. शुक्रवार को एक बार फिर उन्होंने ममता सरकार पर जोरदार हमला किया. शाह ने कहा-तृणमूल कांग्रेस, जय श्रीराम के नारे को धार्मिक नारा समझाने की कोशिश कर रही है, जो गलत है. दरअसल, जय श्रीराम का नारा-जो आक्रोश के साथ सुनाई पड़ता है. वो ममता बनर्जी सरकार की, वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति की जो इंतेहां हो गई है, उसके खिलाफ है. (Bengal Religious Amit Shah)

इंडिया टुडे के कांक्लेव में जय श्रीराम के नारे को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने बातें हीं. उन्होंने कहा कि मैं, बंगाल की जनता की नस-नस जानता हूं. अगर ये धार्मिक नारा होता तो, वो कभी स्वीकृति नहीं देती. जय श्रीराम प्रतीक है तुष्टीकरण के खिलाफ.


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बोले-अगर आपको बंगाल में दुर्गा पूजा निकालने के लिए हाईकोर्ट के द्वार खटखटाने पड़ें. बच्चे, बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा नहीं कर पाएंगे. रामनवमी के दिन आप शोभायात्रा नहीं निकाल पाएंगे. नाराजगी जाहिर करते हुए कहा-कहां जी रहे हैं हम. किस स्थिति में पहुंचा दिया है.

मुझे नहीं पता कि दीदी जय श्रीराम के नारे से क्यों चिढ़ती हैं. एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि नारे तभी बनते हैं, जब जनता उन्हें स्वीकार करती है. चाहे वंदे मातरम हो, इंकलाब जिंदाबाद या जय श्रीराम. वरना नेता बोलते रहते हैं.

ममता बनर्जी को एक और झटका

टीएमसी के राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने शुक्रवार को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि मेरे राज्य में हिंसा हो रही है और हम यहां बस बैठे हुए हैं. कुछ बोल नहीं सकते. तो इससे अच्छा है कि मैं अपना त्यागपत्र दे दूं. इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. इससे पहले ममता सरकार में मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके हैं.

पत्रकारों से क्या बोले त्रिवेदी

इस्तीफे के बाद पत्रकारों से बातचीत में त्रिवेदी ने कहा कि हमारा इतिहास रहा है कि हमने हिंसा के खिलाफ बोला है. हम कहां बात करें, किसी के पास समय नहीं है. जब पार्टी कॉरपोरेट प्रोफेशनल्स के हाथ में चली जाती है. जिसको राजनीति का कुछ पता नहीं-वो हमारे नेता बन जाते हैं. दिनेश त्रिवेदी, संप्रग सरकार में रेल मंत्री रहे हैं.

बंगाल में इसी साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव हैं. भाजपा पूरी शिद्​दत के साथ टीएमसी को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में जुटी है. उसकी सभाओं में जबरदस्‍त भीड़ भी उमड़ रही, ज‍िसे भाजपा नेता बदलाव की बयार बता रहे हैं.

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