बरेली: यूपी के ज़िला बरेली में बाल जीवन घुट्टी के डिस्ट्रीब्यूटर प्रांजल सक्सेना का रात अपहरण कर लिया गया. उसे ज़िंदा वापस करने के नाम पर कि़डनैपर ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी. इसके लिए प्रांजल की बहन जूही सक्सेना के मोबाइल पर कॉल की गई. उन्होंने पुलिस को जानकारी दी. फिरौती के लिए अपहरण की सूचना पर पुलिस में खलबली मच गई. मामले को बेहद संजीदगी से लिया गया. एसपी क्राइम मुकेश कुमार, सीओ आशीष प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर राघवेंद्र प्रताप सिंह के साथ पुलिस टीम फिरौती के लिए आए मोबाइल नंबर को ट्रेस करने में जुट गई. रात में कई जगह दबिश दी. रातभर पुलिस की भागदौड़ चलती रही.
आख़िरकार लोकेशन को ट्रेस कर लिया गया. पुलिस प्रांजल सक्सेना तक पहुंच गई. तब साफ हुआ कि प्रांजल ने ही खुद के अपहरण का ड्रामा किया है. उसने अपनी बहन जूही को दोस्त सिद्धार्थ मौर्य निवासी मढ़ीनाथ और कौशिक चौहान निवासी चौपुला से फोन कराया था. पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद ही यह राज़ फ़ाश हुआ कि प्रांजल क़र्ज़ में डूब गया है. उसने पुलिस को बताया कि विनायक नाम के कर्मचारी ने मार्केट में बाल जीवन घुट्टी बांटकर पैसा भी वसूल कर लिया. कंपनी पैसा जमा करने के लिए प्रांजल पर दबाव बना रही थी, जो उसके पास नहीं है. इसलिए उसने अपने अपहरण की साज़िश रची. उसे उम्मीद थी कि 20 लाख की मांग करने पर 5-6 लाख मिल जाएंगे लेकिन बहन ने पुलिस तक पहुंचकर उसकी प्लानिंग को फेल कर दिया. पुलिस परेशान तो हुई लेकिन प्रांजल और उसके दोस्तों तक पहुंच गई. प्रांजल का क़र्ज तो उतरा नहीं ऊपर से उस पर मुक़दमा और लद गया. वो दोस्तों को भी अपने साथ जेल की सलाखों के पीछे ले गया.