Bareilly News : कैप्टन के फौजी बेटे की शहादत पर हर आंख नम, पार्थिव शरीर के इंतज़ार में घरवाले

0
579
Saurabh Rana Martyrdom Bareilly
श्रीनगर में शहीद सौरभ साणा, अपने परिवार के साथ. फाइल फोटो

सोनू अंसारी 


-भारतीय सेना में कैप्टन रहे राजकुमार राणा के फौजी बेेटे सौरभ वतन पर क़ुर्बान हो गए. रविवार को सौरभ राणा श्रीनगर में क्रास फायरिंग के दौरान गोली लगने से जख़्मी हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां उनका देहांत हो गया. ये ख़बर बरेली पहुंची तो सौरभ के घर ही नहीं बल्कि इलाके में मातम छा गया. (Saurabh Rana Martyrdom Bareilly)

बरेली के इज्ज़तनगर निवासी राज कुमार राणा इंडियन आर्मी में कैप्टन पद से सेवानिवृत्त हैं. उनके बेटे सौरभ भी सेना में थे. पिता आर्मी में थे. इसलिए बचपन से ही सौरभ में सेना ज्वॉइन करने का जुनून था. जिसे उन्होंने पूरा भी किया.

मार्च में ही सौरभ छुट्टी पर घर आए थे. क्या पता था कि अगली बार वह दोबारा वापस नहीं आएंगे. 29 मार्च को सौरभ वापस श्रीनगर गए थे. जाते वक़्त मां और दादी ने अपने ज़िगर के टुकड़े को तिलक लगाकर भेजा था. उन लम्हों को याद करके परिवार बुरी तरह से बिलख रहा है.


इसे भी पढ़ें-दिल्ली : जहांगीरपुरी में हिंसा के दूसरे दिन भी माहौल बिगाड़ने की कोशिशें


 

रविवार को श्रीनगर के गुरेज सेक्टर में क्रास फायरिंग हो गई. जिसमें सौरभ को गोली लग गई थी. उनके साथियों ने फौरन ही इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उनका देहांत हो गया. (Saurabh Rana Martyrdom Bareilly)

सौरभ का पार्थिव शरीर श्रीनगर से बरेली लाया जा रहा है. सौरभ के आख़िरी दीदार के लिए घर के बाहर जमावाड़ा लगा है. पूर्व सैनिक राज सक्सेना ने सौरभ के पार्थिव शरीर लाए जाने में देरी पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इतनी देरी ठीक नहीं है. हमारा बच्चा शहीद हुआ है, ज़िम्मेदारों से गुजारिश है कि वह उनका शरीर अतिशीघ्र घर पहुंचाएं.

सौरभ 2014 में सेना में भर्ती हुए थे. उनके परिवार के और लोग भी सेना में हैं. लेकिन सौरभ के शहादत की ख़बर ने सभी की आंखें नम कर दी हैं. उनकी मां-दादी और पत्नी बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. (Saurabh Rana Martyrdom Bareilly)


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)