द लीडर हिंदी : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में सोमवार दोपहर 3 बजे अचानक विस्फोट होने से एक घर ढह गया.इस हादसे में मां और बेटे की मौत हो गई. जबकि दो बेटियां अस्पताल में भर्ती हैं. विस्फोट इतना भीषण था कि मलबा 200 मीटर दूर तक जा गिरा. धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई.बता दें सोमवार दोपहर के समय इस्लामनगर थाना क्षेत्र के एक कस्बे में पटाखा गोदाम में धमाका होने से दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया. घटना के समय घर के अंदर पति-पत्नी, दो बच्चे सहित पांच लोग मौजूद थे. सभी के सभी मलबे में दब गए.सूचना मिलने पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू टीम की मदद से पति और एक बच्चे को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया, जबकि पत्नी, एक बच्चा सहित तीन लोग अब भी मलबे में फंसे हुए थे. उनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपेरशन तेजी से चलाया गया.
बता दें कि हादसा इस्लामनगर थाना क्षेत्र मोहाली कस्बे में हुआ. कस्बे के रहने वाले अख्तर ने अपने घर की पहली मंजिल पर पटाखा का गोदाम बना रखा था जबकि दूसरी मंजिल पर पूरा परिवार रहता था. सोमवार दोपहर के समय अचानक से पटाखा गोदाम में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट इतना जोरदार था कि अख्तर का दो मंजिला घर भरभराकर गिर पड़ा. घटना के समय अख्तर अपनी पत्नी, दो बच्चे और अन्य व्यक्ति के साथ घर में ही मौजूद थे. इसी वजह से सभी के सभी मकान के मलबे में दब गए.
3 लोग मलबे में फंसे,आसपास के लोग दहल गए
बता दें ब्लास्ट की आवाज सुनकर आसपास के लोग दहल गए. लोगों ने आनन-फानन में हादसे की सूचना थाना पुलिस को दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम को बुलाया. घटनास्थल पर रेस्क्यू शुरू कर अख्तर और उनके एक बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि पत्नी, एक बच्चा सहित तीन लोग अब भी मलबे में ही फंसे होने की जानकारी थी.
हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई थी. ताजा जानकारी के मुताबीक पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए. शव सुपुर्द ए खाक किए गए.रिश्तेदारों ने हादसे में बचे दो बच्चों से बात की. लोगों ने यही कहा कि ऊपर वाले हाथ जिसके सिर पर हो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
कस्बा निवासी अख्तर अली के पिता ने नाम पर आतिशबाज़ी का लाइसेंस था। जिसका हर साल नवीनीकरण होता था. बीती दीपावली पर लाइसेंस के लिए अग्निशमन को फाइल भेजी गई थी. विभाग ने आपत्ति लगाई थी. इसके बाद भी अख्तर अली आतिशबाज़ी बनाकर अपनी दुकान पर बेच रहे थे.