धर्मांतरण के आरोपी उमर गौतम को झटका, मीडिया रिपोर्टिंग पर रोक लगाने से HC का इनकार

0
207

द लीडर हिंदी, लखनऊ। धर्मांतरण कराने के आरोपी मौलाना उमर गौतम को हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से उमर गौतम को कोई राहत नहीं मिली. हाईकोर्ट ने उमर गौतम के मामले में मीडिया रिपोर्टिंग पर रोक लगाए जाने की मांग ठुकरा दी है.

यह भी पढ़ें: अयोध्या में स्नान करते समय सरयू नदी में डूबे 12 लोग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

HC की डिवीजन बेंच ने उमर गौतम की याचिका खारिज की

हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने उमर गौतम की याचिका खारिज कर दी. कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि, मीडिया को रिपोर्टिंग का अधिकार है. मीडिया को बिना किसी ठोस आधार के किसी मामले में रिपोर्टिंग करने से रोका नहीं जा सकता. हाईकोर्ट ने उमर गौतम मामले में यूपी पुलिस को भी क्लीन चिट दी है.

कोर्ट ने अपने फैसले में ये कहा 

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि, यूपी पुलिस के प्रेस नोट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं था. 20 जून को जारी प्रेस नोट में कोई गोपनीय व आपत्तिजनक जानकारी नहीं थी, सिर्फ गिरफ्तारी की सूचना और उसके आधार के बारे में ही जानकारी दी गई थी.

यह भी पढ़ें:  हाईकोर्ट ने बताई कॉमन सिविल कोड की जरूरत, केंद्र को दिया कदम उठाने का आदेश

उमर गौतम की अर्जी पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने 2 जुलाई को अपना जजमेंट रिजर्व किया था. जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस विकास श्रीवास्तव की डिवीजन बेंच ने फैसला सुनाया है.

मीडिया को क्यों रिपोर्टिंग करने से रोका जाए- HC

हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि, सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस चंद्रचूड़ के फैसले के तहत भी ऐसे मामलों में सीधे दखल नहीं दिया जा सकता. कोर्ट ने उमर गौतम के वकीलों से पूछा था, मीडिया को क्यों रिपोर्टिंग करने से रोका जाए?

उमर गौतम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी

मौलाना उमर गौतम ने मीडिया में अपने खिलाफ चल रही ख़बरों पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. उमर गौतम का आरोप था कि मीडिया गलत रिपोर्टिंग कर रहा है.

यह भी पढ़ें:  ‘बूस्टर शॉट’ देना चाहता है फाइज़र, अप्रूवल मांगने की तैयारी, FDA ने कही ये बात

कोर्ट का कोई फैसला आए बिना उसका मीडिया ट्रायल किया जा रहा है. उसने मीडिया पर सरकार के दबाव में गलत रिपोर्टिंग करते हुए बदनाम करने का भी आरोप लगाया था.

मीडिया उसके केस से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लीक कर रहा- उमर 

उमर गौतम का आरोप था कि, रिपोर्टिंग के नाम पर मीडिया उसके केस से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लीक कर रहा है. साथ ही मीडिया पर जांच को प्रभावित करने का भी आरोप लगाया था.

यह भी पढ़ें:  टोक्यो ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों से 13 जुलाई को बात करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

बता दें कि, मीडिया रिपोर्टिंग पर पाबंदी लगाए जाने की मांग के बहाने उमर गौतम ने कानूनी पैंतरा खेला था. सरकार और पुलिस पर भी गलत जानकारी का प्रेस नोट जारी करने का आरोप लगाया था. उमर गौतम पर सैकड़ों लोगों के धर्मांतरण का आरोप है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here