द लीडर हिंदी, नई दिल्ली | बीते हफ्ते असम और मिजोरम के बीच हुई झड़प का नतीजा है कि असम सरकार ने गुरुवार को एक अधिसूचना में कहा कि मिजोरम से असम में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की ‘प्रतिबंधित मादक पदार्थों’ को लेकर जांच की जाएगी.
असम की सरकार ने ये अधिसूचना गुरुवार को जारी की है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही दो पुलिस बलों के बीच हुई झड़प में असम पुलिस के छह जवानों की हत्या कर दी गई थी. इस अधिसूचना से पहले असम सरकार ने सुरक्षा के खतरे के मद्देनजर नागरिकों को मिजोरम की यात्रा न करने की सलाह दी थी.
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असम सरकार ने क्या कहा ?
असम सरकार ने वाहनों की जांच के कदम को सही ठहराते हुए कहा कि दो महीन के भीतर 912 मामले दर्ज हुए हैं और 1560 लोग गिरफ्तार हुए हैं. भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाएं जब्त की गई है.
असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी जीपी सिंह ने एक ट्वीट में कहा गया है कि सरकार “मिजोरम और उसके आसपास से संचालित होने वाले ड्रग्स नेटवर्क के खिलाफ अपना आक्रामक रवैया बरकरार रखे हुए है. लोगों से सहयोग की अपील की.
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Continuing our offensive against drug cartels operating from Mizoram and beyond, we’ve decided to up the ante. Request people to cooperate in the interest of Gennext of our country. @assampolice pic.twitter.com/AQ0JCpJ1Cj
— GP Singh (@gpsinghips) July 29, 2021
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असम सरकार के क्या है आदेश ?
असम सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि अवैध नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान के दौरान पाया गया कि अधिकांश मामले सीमापार मिजोरम से ही अंजाम दिए जा रहे हैं. मिजोरम के माध्यम से अवैध दवाओं की तस्करी समाज के लिए बहुत बड़ी चिंता और खतरा है.
अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए मिजोरम से असम में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की जांच करना जरूरी है. असम-मिजोरम की सभी सीमाओं पर असम पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों की पूरी तरह से जांच की जाएगी. वाहनों को तभी छोड़ा जाएगा जब संबंधित अधिकारी संतुष्ट होगा कि उसमें कोई प्रतिबंधित ड्रग्स तो नहीं है.
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मिजोरम सरकार कि प्रतिक्रिया
हालांकि असम के ताजा कदम पर मिजोरम सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन मिजोरम के सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया है कि ये कदम मिजोरम के लोगों के उत्पीड़न के लिए है, जो कि देश के बाकी हिस्सों में असम की सड़क के माध्यम से ही पहुंच सकते हैं.
गौरतलब है कि असम के कछार और मिजोरम के कोलासिब जिले के सीमावर्ती इलाकों में सोमवार को गोलीबारी और सरकारी वाहनों पर हमले हुए थे. हिंसक भीड़ ने कुछ निजी वाहनों को भी निशाना बनाया. हिंसा को लेकर असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे.
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असम के मुख्यमंत्री का आरोप
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया था कि मिजोरम सरकार ने समझौते का उल्लंघन किया है. वहीं मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने कहा, असम पुलिस ने दोनों राज्यों की पुलिस के बीच समझौते तोड़ा औऱ कोलासिब में एक पुलिस चौकी पर धावा बोला. मिजोरम ने कहा कि असम पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों को नुकसान पहुंचाया और पुलिस पर गोलियां चलाईं.