द लीडर : उत्तर प्रदेश में रोजगार और विकास के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा की घेराबंदी में लगी है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 4 लाख नौकरियों के दावे को बेबुनियाद और भ्रामक बताया है. उन्होंने कहा-69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 22 हजार रिक्तियां जोड़ने को मांग हो रही है. इसको लेकर बीते 50 दिनों से अभ्यर्थी लखनऊ में आंदोलनरत हैं. (Akhilesh Yadav UP Employment )
लेकिन सरकार उनसे बातचीत का भी प्रयास नहीं कर रही. बल्कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (NCTE)कार्यालय पर संघर्षरत लड़कियों का दमन किया जा रहा है. जनता द्वारा चुनी गई सरकार का ऐसा चरित्र शर्मनाक और निंदनीय है.
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बोले-भाजपा राज में युवक-युवतियों की आवाज अनसुनी है. हताश नौजवान अपनी समस्याओं की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए जोखिम लेने तक को मजबूर हैं. भाजपा को चाहिए कि वह अपना संकल्प पत्र पढ़े, जिसमें 2017 के चुनाव में 70 लाख रोजगार देने का वादा किया था.
इतना ही नहीं युवाओं और छात्रों को मुफ्त इंटरनेट सुविधा, लैपटॉप का भी झांसा दिया. लेकिन साढ़े चार साल के शासन में ये वादे पूरे नहीं हुए. इसलिए सरकार को नौजवानों से माफी मांगनी चाहिए. (Akhilesh Yadav UP Employment )
अखिलेश ने सरकार पर नई पीढ़ी का भविष्य खराब करने की जिम्मेवारी का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा, न तो विश्वविद्यालयों का अकादमिक स्तर सुधरा है और न ही बेरोजगारी दूर करने की ठोस पहल हुई.
आज के युवा भाजपा की जुमलेबाजी का सच जान और समझ चुका है. वह देख रहा है कि नौकरियां का रिजल्ट पेंडिंग है. परीक्षा के पहले पर्चा आउट हो जाता है. भ्रष्टाचार से ये पीढ़ी परेशान है. अखिलेश ने कहा कि शिक्षा और रोजगार हमेशा से ही समाजवादियों की प्राथमिकता में रहा है. और सपा सरकार में ही बेरोजगारी दूर हो सकती है. (Akhilesh Yadav UP Employment )