द लीडर | यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 8 लोगों के मारे जाने के बाद सियासी पारा गरमा गया है. लखीमपुर खीरी में तनाव को देखते हुए इंटरनेट बंद कर दिया गया है. पूरे इलाके में धारा 144 लागू की गई है. वहीं गाजियाबाद पुलिस ने एनएच-24 और एनएच 9 को बंद कर दिया है. इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है. पुलिस ने सराय काले खां से गाजियाबाद जाने वाले लोगों को दूसरा रूट लेने को कहा है.
Due to the closure of National Highway 24 and National Highway 9 by Ghaziabad Police regarding protesters," says Delhi Traffic Police; advises commuters going to Ghaziabad from Sarai Kale Khan to take alternate route pic.twitter.com/DiUllguDog
— ANI (@ANI) October 4, 2021
एक पत्रकार का शव
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर किसानों की मौत के मामले में पुलिस ने आशीष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. आशीष समेत 14 लोगों के खिलाफ बलवा और साजिश रचने का मामला भी कायम किया गया है। लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान आंदोलन के बीच भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. आज एक पत्रकार रमन का शव मिला है. अब मृतकों की संख्या 9 हो गई है.
लखीमपुर में कल क्या हुआ?
दरअसल यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लखीमपुर खीरी में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में आना था. डिप्टी सीएम के पहुंचने से पहले किसान, कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. किसानों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा और उसके समर्थकों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं.
इससे बाद गुस्साए किसानों ने 2 SUV कार को आग के हवाले कर दिया. इस पूरे मामले में अब तक कई लोगों की मौत हो गई है. हिंसा की खबर के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपना लखीमपुर दौरा रद्द कर दिया.
आरोपों पर क्या बोले मंत्री और उनका बेटा?
अपने ऊपर लगे इन आरोपों को केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे ने खारिज कर दिया है. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने आजतक से बातचीत में कहा कि कुछ लोगों ने काफिले पर हमला कर दिया था, जिससे ड्राइवर घायल हो गया. उन्होंने कहा कि हमारे तीन कार्यकर्ता और एक ड्राइवर की मौत हो गई है और गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया है. उनका कहना है कि वो भी इस मामले में केस दर्ज करवाएंगे.
वहीं, उनके बेटे आशीष मिश्रा ने दावा करते हुए कहा कि वो सुबह 9 बजे से बनवानीपुर में थे. उन्होंने कहा, हमारी 3 गाड़ियां एक कार्यक्रम के लिए उप-मुख्यमंत्री की अगवानी करने गई थीं. रास्ते में कुछ बदमाशों ने पथराव किया, कारों में आग लगा दी और हमारे 3-4 कार्यकर्ताओं को लाठी से पीटा. उन्होंने इस हिंसा की न्यायिक जांच की मांग भी की है.
विपक्ष का प्रदर्शन
इस घटना के बाद लखनऊ से लेकर खीरी तक हल्ला मच गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी , समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेताओं ने लखीमपुर कूच का ऐलान किया था. प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने वाली थीं लेकिन उससे पहले ही उन्हें हिरासत में लिया गया है. भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर, बसपा के सतीश मिश्रा को लखीमपुर खीरी पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया है.
अखिलेश यादव
उधर, सोमवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव भी खीरी में किसानों से मुलाकात करने वाले थे. उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओं को सुबह पार्टी कार्यालय बुलाया था. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट कर लिया. अखिलेश यादव के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है.
Police force deployed outside former Chief Minister and Samajwadi Party president Akhilesh Yadav's residence at Vikramaditya Marg ahead of his scheduled visit to Lakhimpur Kheri where 8 people including 4 farmers died in clashes yesterday pic.twitter.com/iQf0zmCrAp
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
अखिलेश यादव ने मंत्री अजय मिश्र का इस्तीफा मांगा है. अखिलेश यादव ने कहा कि, किसानों पर जुल्म हो रहा है. अंग्रेज़ों से ज़्यादा क्रूर हो गई है बीजेपी की सरकार. अखिलेश ने सरकार से सवाल किया कि, विपक्ष को लखीमपुर खीरी क्यों नहीं जाने दिया जा रहा ? सरकार क्या छिपाना चाह रही है ?
लखीमपुर खीरी जा रहे माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को दंभी सरकार के आदेश पर पुलिस द्वारा रोका गया।
जो समाजवादी जहां हैं वहीं पर धरने पर बैठ जाएं। pic.twitter.com/388phYwVJm
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 4, 2021
धरने पे बैठने के थोड़ी देर बाद यह खबर सामने आई है कि अखिलेश यादव को पुलिस ने सरकार के कहने पर अरेस्ट कर लिया है और उनको थाने लिए जा रही है. समाजवादी पार्टी ने अपने सभी कार्यकर्ताओ को जहां भी वह मौजूद है, वहीं पर धरने प्रदर्शन पर बैठ जाने को कहा है.
लखीमपुर जा रहे माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को दंभी सरकार के आदेश पर पुलिस ने किया गिरफ्तार।
जो समाजवादी जहां हैं वहीं पर धरने पर बैठ जाएं। pic.twitter.com/GnmP5K3xro
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 4, 2021
प्रियंका गांधी
इधर, मृतकों के परिवारों से मिलने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी देर रात दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई थीं. इसके कुछ देर बाद वे लखीमपुर के लिए रवाना हुईं, लेकिन सुबह 5:30 बजे प्रियंका गांधी को पुलिस ने सीतापुर जिले में हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया. प्रियंका रूट बदलकर पुलिस की नजरों से बचते हुए लखीमपुर जा रही थीं. उन्हें PAC गेस्ट हाउस ले जाया गया है. DM, SP सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर हैं.
भाजपाई क्रूरता की हर हद पार।
किसानों के आँसू पोंछने जा रही श्रीमती @priyankagandhi जी को गिरफ़्तार करके यूपी की भाजपा सरकार ने अपनी क्रूरता और बेशर्मी का परिचय दिया है।
मगर न्याय पथ पर चलने वाले गांधी ऐसे हथकंडों से डरते नहीं।#PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/NzbLgV98Zo
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
हिरासत में लिए जाने पर प्रियंका आग बबूला हो उठीं. उन्होंने पुलिस से कहा- ‘अरेस्ट करो हम खुशी से जाएंगे, लेकिन जिस तरह धक्का-मुक्की की गई. इसमें फिजिकल असॉल्ट, अटेंप्ट टू किडनैप, किडनैप, अटेंप्ट टू मोलेस्ट, अटेंप्ट टू हार्म की धाराएं लगती हैं. समझे. मैं समझती हूं. छूकर देखो मुझे. जाकर अपने अफसरों मंत्रियों से वारंट लाओ, ऑर्डर लाओ.
महिलाओं को आगे मत करो. मुझे धकेल कर लाए हो. तुम्हारे प्रदेश में यह नहीं चलेगा. देश का कानून चलेगा. तुम्हें कोई हक नहीं है. हेलो सीओ साहब ऑर्डर कहां है? ऑर्डर निकालिए. कौन से ऑर्डर से रोका है आपने मुझे. इसमें मुझे बिठाओगे? ये है लीगल स्टेटस तुम्हारा. इस पर सीओ ने पुलिस वालों को आदेश किया कि पहले (प्रियंका गांधी को) तो अरेस्ट करो.’
Today's incident shows that this government is using politics to mow down farmers. This is farmers' country not BJP's… I'm not committing any crime by deciding to meet victims's kin…Why are you stopping us? You should have warrant…?: Priyanka Gandhi Vadra, Congress pic.twitter.com/4kPX9Adnb6
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2021
हाउस अरेस्ट किए गए बसपा नेता सतीश मिश्रा
लखनऊ में बसपा नेता सतीश मिश्रा को रविवार रात में ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया. चंद्रशेखर आजाद देर रात खीरी के लिए रवाना हुए. सीतापुर टोल प्लाजा पर उनके काफिले को रोका गया. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर आज लखीमपुर पहुंचेंगे.
1. बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहाँ लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) October 4, 2021
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर हिरासत में
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने खैराबाद टोल प्लाजा पर नाकाबंदी करके हिरासत में लिया. इस दौरान भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग कर चंद्रशेखर आजाद को हिरासत में लेते हुए पुलिस लाइन ले आई.
अन्नदाता के हत्यारों को पकड़ने की बजाय यूपी पुलिस खैराबाद टोल प्लाजा पर सैकड़ो पुलिसकर्मी लगा कर हमे रोक कर खड़ी है। हम पीड़ित किसानों को न्याय दिलाने जरूर जाएंगे। pic.twitter.com/Q11E4wC5E5
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 3, 2021
चंद्रशेखर आजाद ने लखीमपुर घटना को लेकर कहा पूरा देश देख रहा है कि जिसने जलियावाला बाग नहीं देखा है वो आज देख रहा है. उत्तर प्रदेश में जो गुंडाराज है उसका जीता जागता उदाहरण लखीमपुर खीरी कांड है. यह सरकार किसानों के आंदोलन को नहीं कुचल पाई तो किसानों को कुचलने लगी है. जो हुआ वह बहुत डरावना है.
इस घड़ी में किसान भाइयों के साथ हूँ – केजरीवाल
आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा- “खीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानो को गाड़ी से कुचलना हिंसक और अन्यायपूर्ण है. कई किसान भाइयों के मारे जाने खबर मिल रही है. प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. दुःख की इस घड़ी में किसान भाइयों के साथ हूँ. ऐसा घोर अपराध करने वाले दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाय”
लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानो को गाड़ी से कुचलना हिंसक और अन्यायपूर्ण है।
कई किसान भाइयों के मारे जाने खबर मिल रही है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। दुःख की इस घड़ी में किसान भाइयों के साथ हूँ।ऐसा घोर अपराध करने वाले दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाय
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 3, 2021
भूपेश बघेल के विमान को उतरने की अनुमति नहीं मिली
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विमान को लखनऊ हवाईअड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं मिली है. कांग्रेस सूत्रों ने यह जानकारी दी है. बघेल के साथ पंजाब के उप मुख्यमंत्री एसएस रंधावा भी लखनऊ आने वाले थे, लेकिन उनके विमान को उतरने की इजाजत नहीं दी गई.
जनता द्वारा चुने हुए एक मुख्यमंत्री को भाजपा सरकार यूपी आने से रोक रही है।
क्या ये छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान नहीं है?
भाजपाई हुकूमत को समझना होगा कि तानाशाही तरीके से वो सच के लिए उठने वाली आवाजों को दबा नहीं सकती।#लखीमपुर_किसान_नरसंहार https://t.co/wdDYFeFFda
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
टिकैत बोले- मंत्री की बर्खास्तगी तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं
इधर, लखीमपुर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि जब तक मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त नहीं किया जाता है. उनके बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती है. मृतक किसानों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा. इधर, घटनास्थल पर किसान जुटने लगे हैं. यहां किसानों की संख्या दो हजार हो गई है. इसे देखते हुए प्रशासन ने दंगा नियंत्रण की 3 गाड़ियां मंगाई है.
राकेश टिकैत देर रात लखीमपुर पहुंचे
उधर, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत देर रात लखीमपुर के तिकुनिया पहुंच गए. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद मृत किसानों के अंतिम दर्शन किए. उन्होंने 5 बड़ी मांगे उठाई हैं. सबसे बड़ी मांग केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र, उनके बेटे आशीष मिश्र मोनू की गिरफ्तारी है. उन्होंने कहा, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा. प्रशासन मान मनौव्वल में जुटा है.
राकेश टिकैत की 5 बड़ी मांग
- हिंसा की न्यायिक जांच हो
- मृतकों के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा
- मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी
- सांसद के बेटे समेत 14 आरोपियों की गिरफ्तारी
- अजय मिश्र की मंत्री पद से बर्खास्तगी
आज इन नेताओं के पहुंचने की तैयारी
बताया जा रहा है कि पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, आजाद समाज प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव समेत तमाम नेता जिले में पहुंचकर पीड़ितों के परिवार से मिलने की तैयारी में हैं.
लखीमपुर जिले में कल तक के लिए इंटरनेट बंद
लखीमपुर में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार तक के लिए जिले में इंटरनेट बंद कर दिया है. सोमवार को सिर्फ घटनास्थल के 20 किलोमीटर के दायरे में इंटरनेट बंद किया गया था. जिले में धारा 144 लगा दी गई है.