द लीडर | देश में अब हवाई सफर भी महंगा हो गया है। एयर इंडिया सहित सभी एयरलाइंस ने इकनॉमी टिकट के रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। सभी एयरलाइंस ने टिकाटों के रेट में 40 से 50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। कीमतों में बढ़ोतरी के दो कारण सामने आए हैं। पहला एटीएफ 26 फीसदी महंगा होना और दूसरा सीटों की 80 से 90% तक की बिक्री।
अब देना होगा इतना रुपए
टिकट के रेट बढ़ने से अब आपको पहले से ज्यादा कीमत चुकाने होंगे। पहले दिल्ली से मुंबई जाने के लिए एयर इंडिया का टिकट 2500 रुपए में मिल जा रहा था। वहीं अब 4000 रुपए में मिल रहा है। यही टिकट इंडिगो से सफर करने पर 6000 रुपये का है। बता दें कि साल 2022 की शुरुआत से ही हर 15 दिन में एविएशन टरबाईन फ़्यूल (एटीएफ़) बढ़ रहा है। अब पांचवीं बार 3.30 फीसदी बढ़ने के बाद इस साल एटीएफ 26% तक बढ़ चुका है।
30% लोड फैक्टर और डायनमिक फ़ेयर को समझिए
हालांकि हवाई यात्रा के टिकट तो एक साल पहले से ख़रीदे जा सकते हैं लेकिन एयर लाइंस ये देखती है कि हवाई यात्रा से एक महीने पहले कम से कम 30% टिकट ज़रूर बिक जाएं। अगर ऐसा नहीं होता तो टिकट के दाम घटा दिए जाते हैं या फिर कुछ ऑफर के साथ टिकट बिक्री की जाती है। लेकिन अगर यात्रा से एक महीने पहले तीस प्रतिशत तक टिकट बिक्री हो चुकी होती है और सीटों के 80% तक भरने की उम्मीद होती है तो टिकटों के दाम बढ़ा दिए जाते हैं। मोटे तौर पर इसे ही डायनमिक फ़ेयर सिस्टम कहते हैं जिसमें हर दस प्रतिशत टिकट बिक्री के साथ अगले दस प्रतिशत टिकटों का दाम बढ़ता जाता है।