द लीडर : यूपी पुलिस हिरासत में प्रताड़ना और हत्या के आरोपों से घिरती जा रही है. कासगंज कोतवाली में अल्ताफ की मौत के सप्ताह भर के दरम्यान ही कानपुर की घटना सामने है. जहां जितेंद्र श्रीवास्तव को हिरासत में बेरहमी से पीटा गया. पूरे बदन पर पट्टों के निशान छपे हैं. हिरासत से छूटने की रात को उनकी मौत हो गई. परिवार ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है. (Kanpur Jitendra Kasganj Altaf)
घटना कल्याणपुर इलाके की है. 25 साल के जितेंद्र मुंबई में काम करते थे. दीवाली पर घर आए. पुलिस ने चोरी के इल्जाम में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. परिवार का आरोप है कि पुलिस ने जितेंद्र को थाने ले जाकर बुरी तरह से पीटा. उनकी लाश इसकी गवाह है, जिस पर पट्टे के निशान हैं.
रविवार की शाम को पुलिस ने जितेंद्र को छोड़ा था. घर आए तो हालत बिगड़ गई. घर वाले इलाज के लिए लेकर भागे. लेकिन रास्ते में जितेंद्र ने दम तोड़ दिया. जितेंद्र की लाश पर रोते-बिलखते परिवार की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं. जिसमें वे उनकी हत्या का आरोप लगा रहे हैं. (Kanpur Jitendra Kasganj Altaf)
इसे भी पढ़ें-कासगंज : चांद मियां ने 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ दी तहरीर, अल्ताफ की हत्या का अंदेशा
यूपी में सिलसिलेवार तरीके से ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जो पुलिस की कार्यशैली और छवि को विवादों में बनाए है. 9 नवंबर को ही कासगंज में 21 साल के अल्ताफ पुलिस हिरासत में मारे गए थे. पुलिस ने तर्क दिया था कि अल्ताफ ने अपनी जैकेट की डोरी से टोंटी में फांसी लगा ली.
लेकिन परिवार ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया. काफी हंगामा मचा. तब पुलिस ने अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ अल्ताफ की हत्या का केस दर्ज किया. इससे पहले गोरखपुर में पुलिस पर व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या का आरोप लगा था. इस मामले में भी हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ. आगरा में भी ऐसी घटना सामने आ चुकी है. (Kanpur Jitendra Kasganj Altaf)