द लीडर। राजधानी दिल्ली की तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर बैठे कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यासीन मलिक दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती
जेल प्रशासन ने बताया कि, यासीन मलिक को रक्तचाप में उतार-चढ़ाव के कारण आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया है। यासीन मलिक तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर बैठा हुआ था। पीटीआई के अनुसार, यासीन मलिक ने डॉक्टरों को एक पत्र देकर कहा है कि वो अपना इलाज नहीं करवाना चाहता है।
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Yasin Malik (chief of the banned Jammu & Kashmir Liberation Front) lodged in Delhi's Tihar Jail admitted to RML Hospital due to fluctuation in his blood pressure: Prison officials
(file photo) pic.twitter.com/INiPUKUsZZ
— ANI (@ANI) July 27, 2022
25 मई को सुनाई गई थी उम्र कैद की सजा
दिल्ली की एक अदालत ने कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को 25 मई को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। मलिक को आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने के मामले में सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद यासीन मलिक को तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया। लेकिन जेल के अंदर यासिन मलिक भूख हड़ताल पर बैठ गया।
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का चीफ यासीन मलिक का कहना था कि, जो उसका मामला विचाराधीन चल रहा है उस पर सही से जांच नहीं की जा रही है, वह चाहता है कि, उसके मामले की सही से जांच पड़ताल की जाए। इसलिए वह जेल के अंदर भूख हड़ताल पर बैठा गया। जेल के आलाअधिकारियों ने यासीन मलिक से भूख हड़ताल बंद करने को कहा लेकिन वह नहीं माना। जिस कारण अब यासिन मलिक की तबीयत बिगड़ गई।
यासीन मलिक पर गंभीर आरोप
56 साल के यासीन मलिक पर भारत में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। टेरर फंडिंग केस में उसे सजा भी हो चुकी है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट का सरगना यासीन मलिक जम्मू में रुबिया सईद किडनैपिंग केस में सशरीर उपस्थित होने की मांग कर रहा था। इस केस में यासीन मलिक भी आरोपी भी है। जब सरकार ने उसकी ये मांग नहीं मानी तो वो भूख हड़ताल पर बैठ गया।
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