द लीडर, पुणे. अपने पहले मैच में क्रुणाल पांड्या की रिकॉर्डतोड़ बल्लेबाजी और फिर प्रसिद्ध कृष्णा व भुवनेश्वर कुमार की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 66 रन से हराकर सीरिज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. इंग्लैंड की शुरूआत तो शानदार रही लेकिन जीत के मुहाने पर पहुंचने से पहले बल्लेबाजी लड़खड़ा गई.
भारत के शिखर धवन की तरह की इंग्लैंड के जॉन ब्रेस्टो शतक से चूक गए. ब्रेस्टो जब तक क्रीज पर थे, भारतीय टीम और प्रशंसकों में निराशा का माहौल साफ दिख रहा था. ब्रेस्टो के 94 रन पर आउट होते ही भारतीय खेमे में उत्साह का माहौल बढ़ने लगा. आखिरकार इंग्लैंड की टीम 251 रन पर सिमट गई.
टी-20 की तरह ही भुवनेश्वर ने वनडे में भी सधी हुई गेंदबाजी करके इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कुछ हद शुरूआत में रोके रखा. जब भारत के अन्य गेंदबाज की धुनाई हो रही थी तो एक छोर से भुवनेश्वर किफायती गेंदबाजी करते रहे. कप्तान विराट कोहली उन्हें जब दूसरे स्पेल में लेकर आए तो उन्होंने विकेट भी निकाले. 9 ओवर में 30 रन देकर दो खिलाड़ियों को आउट किया लेकिन तारीफ अपना पहला मैच खेल रहे प्रसिद्ध कृष्णा की करनी होगी, जिन्होंने भारत की तरफ से सर्वाधिक चार विकेट लिए. थोड़े महंगे जरूर साबित हुए.
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शर्दुल ठाकुर को तीन और एक विकेट क्रुणाल ने चटखाया. कप्तान मोर्गन को दो जीवनदान भी मिले. पहले कोहली ने कैच और फिर रन आउट का मौका गवां दिया. मोर्गन इसका फायदा नहीं उठा सके और 22 रन बनाकर पवेलियन लौट आए. निचले क्रम में मोईन अली ने 30 रन बनाकर थोड़ा संघर्ष किया लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके. इंग्लैंड की पूरी टीम 42.1 ओवर ही खेल सकी.
इससे पहले टॉस हारने के बाद भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट खोकर इंग्लैंड को 318 रन का लक्ष्य दिया. धवन शतक के करीब पहुंचकर दो रन से चूक गए. 98 रन पर स्टोक्स की गेंद पर मोर्गन को कैच दे बैठे. रोहित शर्मा ने 28 जबकि कप्तान कोहली ने 56 रन बनाए.
श्रेयस अय्यर के सस्ते में आउट होने पर विकेट कीपर केएल राहुल और उनके साथ क्रुणाल ने मोर्चा संभाल लिया. राहुल ने 62 और क्रुणाल ने 58 रन बनाए. उन्होंने पर्दापण मैच में सबसे तेज फिफ्टी लगाकर न्यूजीलैंड के जॉन मोरिस का 31 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. 50 रन पूरे करने में क्रुणाल ने 25 गेंदों का सामना किया.
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इससे पहले जब छोटे भाई हार्दिक पांड्या ने डेब्यू कैप पहनाई तो क्रुणाल की आंखें छलक आईं. ब्रॉडकास्टर्स से बात करते समय वह पिता हिमांशु पांड्या को याद करके रोने लगे, जिनका इसी साल 16 जनवरी को देहांत हो गया था. भारत की तरफ से खेलने वाली ये भाईयों की तीसरी जोड़ी है. क्रुणाल, हार्दिक से पहले अमरनाथ और पठान बंधु एक साथ खेल चुके हैं. खास यह कि तीनों जोडि़यों में पहले छोटे भाई ने डेब्यू किया.
मैच खत्म होने पर मैन आफ दि मैच का फैसला चौंकाने वाला रहा. यह शिखर धवन को दिया गया, जबकि प्रशंसक अपने पहले ही मैच में चार विकेट लेने वाले प्रसिद्ध कृष्णा को मिलने की उम्मीद कर रहे थे. खैर उनके लिए यह मैन आफ दि मैच से कम नहीं था कि उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने पहले वनडे में इंग्लैंड को हराकर वर्ल्ड कप में मिली हार का बदला चुकता कर लिया. सीरिज को दूसरा मैच 26 जबकि तीसरा और अंतिम मुकाबला 28 मार्च को खेला जाना है. ये दोनों मुकाबले भी पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में ही खेले जाएंगे.