द लीडर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ मुरादाबाद में एफआइआर दर्ज हुई है. एफआइआर की कॉपी अपने फेसबुक पेज पर साझा करते हुए अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर तंज कसा है कि, ‘ये हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है.’ उन्होंने लिखा, ‘भाजपा सरकार ने मेरे खिलाफ जो एफआइआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहां प्रकाशित है. अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे.’
उप्र की भाजपा सरकार ने मेरे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहाँ प्रकाशित कर रहे हैं।
अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे।
ये एफ़आईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है। pic.twitter.com/50ddRQh0fs
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 13, 2021
11 मार्च को अखिलेश यादव मुरादाबाद में थे, जहां एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विवाद हो गया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. पुलिस को दी शिकायत में कहा गया है कि पत्रकारों के व्यक्तिगत सवालों पर अखिलेश छटपटा गए. उन्होंने अपने साथियों और सुरक्षाकर्मियों को पत्रकारों पर हमले के लिए उकसा दिया. इसमें पत्रकारों को गंभीर रूप से चोटें आई हैं. इस मामले में अखिलेश यादव समेत 20 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
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हालांकि उस पूरे प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हुए विवाद में उन पत्रकारों की भूमिका भी संदिग्ध है, जिनके कारण ये स्थिति पैदा हुई. कांफ्रेंस में मौजूद एक स्थानीय पत्रकार बताते हैं कि एक तरह से जानबूझकर इस विवाद को जन्म दिया गया है.
शनिवार को अखिलेश यादव पर मामला दर्ज होने के बाद ये मुद्दा और तूल पकड़ गया है. जिसको लेकर अखिलेश यादव ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है.
रामपुर से साईकिल यात्रा का आगाज
12 मार्च को अखिलेश यादव ने रामपुर स्थित आजम खान की मौलाना जौहर अली यूनिवर्सिटी से साईकिल रैली का आगाज किया है. उन्होंने सांसद आजम खान और उनके परिवार पर हुई कार्रवाईयों को साजिश करार देते हुए कहा कि वे आजम खान और यूनिवर्सिटी को बचाने की लड़ाई जारी रखेंगे.