द लीडर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रुहेलखंड परिक्षेत्र के दौरे पर हैं. मुरादाबाद में प्रशिक्षण कार्यक्रम और रामपुर के मौलाना जौहर अली यूनिवर्सिटी कैंपस से साईकिल रैली का आगाज करने के बाद वे आंवला, बदायूं होकर कासगंज पहुंचे. आंवला के रामनगर स्थित जैन मंदिर में दर्शन किए, तो माहरारा शरीफ की मशहूर खानकाहे बरकातिया पर हाजिरी लगाई.
अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव हैं. समाजवादी पार्टी पूरी शिद्दत के साथ इसकी तैयारी में जुटी है. पिछले दिनों रामपुर से साईकिल रैली का आगाज करके अखिलेश यादव ने मुस्लिम समाज को संदेश देने की कोशिश की है कि वे आजम खान और उनकी यूनिवर्सिटी के साथ खड़े हैं.
चूंकि आजम खान पर शुरुआती कार्रवाई के बाद जिस तरह पार्टी में खामोशी का आलम रहा, उससे आजम समर्थकों में नाराजगी थी. हालांकि आजम खान की बीवी डॉ. तजीन फातिमा ये साफ कर चुकी हैं कि पार्टी उनके साथ खड़ी रही.
रविवार को अखिलेश यादव ने कासगंज की किसान महापंचायत में भाग लिया. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘आज जिस प्रकार से संविधान पर हमले हो रहे हैं. नेताओं पर झूठे मुकदमे व जांच एजेंसियों के छापे के बाद अब शारीरिक हमले तक हो रहे हैं. वो भाजपा की हिंसक राजनीतिक सोच का कुपरिणाम है. दूसरों पर सिंडेकट से संचालित होने का आरोप लगाने वाले लोग वास्तवमें स्वयं संघीकेट से संचालित हैं.’
आज जिस प्रकार संविधान पर हमले हो रहे हैं, नेताओं पर झूठे मुक़दमों व जाँच एजेंसियों के छापे के बाद अब शारीरिक हमले तक हो रहे हैं, वो भाजपा की हिंसक राजनीतिक सोच का कुपरिणाम है. दूसरों पर सिंडीकेट से संचालित होने का आरोप लगानेवाले लोग वास्तव में स्वयं ‘संघीकेट’ से संचालित हैं.
आज जिस प्रकार संविधान पर हमले हो रहे हैं, नेताओं पर झूठे मुक़दमों व जाँच एजेंसियों के छापे के बाद अब शारीरिक हमले तक हो रहे हैं, वो भाजपा की हिंसक राजनीतिक सोच का कुपरिणाम है.
दूसरों पर सिंडीकेट से संचालित होने का आरोप लगानेवाले लोग वास्तव में स्वयं ‘संघीकेट’ से संचालित हैं. pic.twitter.com/0CAEd7aQXC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 14, 2021
महापंचायत में जुटी भीड़ को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि सपा के नेतृत्व में राज्य में बदलाव की आंधी चलेगी. किसान मजदूर, दलित,गरीब, महिला, युवा व कारोबार विरोधी भाजपा अब गई. किसान राजनीतिक खेत से भाजपा को जड़ से उखाड़ फेकेंगे.