पुडुचेरी : उप-राज्यपाल किरण बेदी की बर्खास्तगी के बाद, मुख्यमंत्री वी नारायणसामी का इस्तीफा, जानते हैं कांग्रेस ने कैसे गंवाई एक और राज्य की सत्ता

0
653

द लीडर : पुडुेचरी में पिछले कई महीनों से जारी राजनीतिक कलह का अंत कांग्रेस की सरकारी गिरने से हुआ है. सोमवार को मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसी के साथ कांग्रेस ने पुडुचेरी के रूप में एक और राज्य की सत्ता गंवा दी है, जो उसके मनोबल के लिए बड़ा झटका है.

हाल ही में केंद्र सरकार ने पुडुचेरी की उप-राज्यपाल किरण बेदी को बर्खास्त कर दिया था. इसलिए क्योंकि, राज्य के अधिकांश नेता उप-राज्यपाल के तौर पर किरणबेदी से नाखुश थे.

यहां तक कि किरणबेदी को पद से हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री वी नारायणसामी राजभवन के बाहर तीन दिन तक धरने पर बैठे रहे. इस आरोप के साथ कि राज्यपाल, राज्य की निर्वाचित सरकार को चलने नहीं दे रही हैं. इसमें विपक्षी नेता भी मुख्यमंत्री के समर्थन में खड़े हुए थे.

हालांकि बीते सप्ताह जब किरणबेदी को उप-राज्यपाल पद से बर्खास्त किया गया. तो इस कार्रवाई के कयास इसी रूप में लगाए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार ने राज्य के अंसुष्ट नेताओं को साधने के लिए ये कदम उठाया.


इसे भी पढ़ें – उप-राज्‍यपाल किरण बेदी के खिलाफ तीन दिन से धरने पर बैठे पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी


 

इसी क्रम में कांग्रेस से इस्तीफों की झड़ी लगने लगी. और कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई. नव नियुक्त उप-राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को बहुत साबित करने का निर्देश दिया था.

अपने दावे के अनुरूप सोमवार को सदन में बहुमत साबित करने पहुंचे मुख्यमंत्री सदन से बायकाॅट कर गए. इस पर विधानसभा स्पीकर ने ऐलान कर दिया कि नारायणसामी सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है. मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

कांग्रेस-डीएमके दोनों के विधायकों ने छोड़ा साथ

33 सदस्यीय विधायकों वाली विधानसभा में कांग्रेस और-द्रमुक के विधायकों संख्या महज 11 रह गई थी. जबकि विपक्ष के पास 14 विधायक थे. ऐन वक्त पर कांग्रेस के विधायक के लक्ष्मी नारायणसामी और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन ने भी इस्तीफा दे दिया था. इससे पहले कांग्रेस के चार अन्य विधायक इस्तीफा दे चुके थे.