द लीडर हिंदी, नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर सियासी घटनाक्रम तेज हो गया है. संभावित मंत्री मंगलवार शाम को भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे. सभी संभावित मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया है.
जानकारी के अनुसार, बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा और बीएल संतोष की ओर से फोन किया गया है. पश्चिम बंगाल से शांतनु ठाकुर भी मंत्री बनाए जा सकते हैं, वे दिल्ली पहुंच गए हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे भी दिल्ली पहुंच रहे हैं.
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अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी, रीता बहुगुणा जोशी, रामशंकर कठेरिया,वरुण गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरसीपी सिंह, लल्लन सिंह, पशुपति पारस,राहुल काँस्वा, सी पी जोशी और सर्वानंद सोनोवाल को भी मंत्री बनाए जाने की पूरी संभावना है. इनमें से रामशंकर कठेरिया को छोड़कर सभी दिल्ली पहुंच चुके हैं.
कठेरिया का शाम को दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम है.वैसे, जेडी सूत्रों का कहना है किआरसीपी सिंह चर्चा करने के लिए आए हैं, शपथ लेने के लिए नहीं.
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अनुप्रिया पटेल, सर्वानंद सोनोवाल और रामशंकर कठेरिया पहले भी मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं जबकि कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस/यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. अनुप्रिया पटेल, अपना दल से आती हैं, पशुपति पारस एलजेपी और लल्लन सिंह जेडीयू से. ये सभी एनडीए में शामिल हैं.
संभावनाओं के अनुसार, पीएम मोदी के कैबिनेट विस्तार में एक से अधिक मंत्रालय का काम संभाल रहे मंत्रियों के काम का ‘बोझ’ कम किया जाएगा.
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मंत्रिमंडल में नए चेहरों को स्थान दिया जाएगा जबकि अच्छा प्रदर्शन नहीं दे रहे कुछ मंत्रियों को हटाया जा सकता है. केंद्रीय मंत्रिमंडल में 81 सदस्य हो सकते हैं, लेकिन इस वक्त मंत्रिमंडल में सिर्फ 53 सदस्य हैं.
इसका अर्थ यह हुआ कि 28 सदस्य जोड़े जा सकते हैं.अपने दूसरे कार्यकाल में PM नरेंद्र मोदी पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार करने जा रहे हैं, तो वह अगले वर्ष पांच राज्यों में होने जा रहे चुनाव तथा वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ज़रूर ध्यान में रखेंगे.