प्रवासी सम्‍मेलन : दुनिया में भारत की शान बढ़ा रहे 3 करोड़ भारतवंशी, प्रधानमंत्री ने सेवाभाव के उनके जज्बे को सराहा

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द लीडर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए इस बात पर फख्र जताया कि हिंदुस्तानियों ने दुनिया के हर हिस्से में भारत का मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि जब दुनियां के राष्ट्राध्यक्ष मुझसे भारतवंशियों की काबिलियत और मेहनत की तारीफ करते हैं, तो बेहद खुशी होती है. शनिवार को 16वें सम्मेलन में प्रधानमंत्री प्रवासियों से ऑनलाइन मुखातिब थे.

एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के अलग-अलग देशों में करीब 3 करोड़ भारतीय रहते हैं. वर्ष 2003 पहला प्रवासी सम्मेलन दिल्ली में हुआ था. ये सम्मेलन लक्ष्मीमल सिंघवी के दिमाग की उपज माना जाता है. अब तक हुए सभी सम्मेलनों में करीब 240 अप्रवासी भारतियों को सम्मान से नवाजा जा चुका है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी का अपनी जड़ों से जुड़ाव बरकरार है. उन्होंने अप्रवासियों से आह्वान किया कि ‘भारत को पहचानिए’ ट्वीट प्रतियोगिता जो, उन्होंने चलाई है. इसमें और भारतीयों को जोड़ें. भारत की पहचान बनाने के लिए ये जरूरी है.

कोरोनाकाल में दिल खोलकर सेवा की

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में विदेशों में बसे भारतीयों ने जिस तरह से सेवा अभियान चलाए हैं. वो गर्व कराता है. ये सेवाभाव हमारी संस्कृति है. हर मुश्किल घड़ी में जब भारतीय आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं तो भारतीय के प्रति भरोसा बढ़ता है.


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गुलामी से आजाद होकर दिखाया

प्रधानमंत्री बोले, औपनिवेशकाल में तमाम देशों को ये आशंका थी कि भारत गुलामी से आजाद नहीं हो पाएगा. मगर भारत ने उन देशों का ये मिथक तोड़कर दिखाया.

विश्व का सबसे मजबूत-जीवंत लोकतंत्र है भारत

आजादी के बाद कई देशों को ये संदेह था कि कम पढ़ा लिखा और तकनीकी में पिछड़ा, बंटा हुआ भारत एक साथ नहीं रह सकता. यहां लोकतंत्र बहाल रहना मुश्किल होगा. मगर भारत ने इस धारणा को न सिर्फ गलत साबित किया बल्कि विश्व का सबसे मजबूत और जीवंत लोकतंत्र के रूप में स्थापित करके दिखाया है.


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वैक्सीनेशन अभियान पर विश्व की नजर

भारत ने कोरोना काल में कई देशों को मदद पहुंचाई. आज जब भारत में बनी दो वैक्सीन टीकाकरण के लिए तैयार हैं, तब पूरी दुनियां हमारी तरफ देख रही है. इसलिए भी कि भारत किस तरह से टीकाकरण अभियान चलाएगा. कोरोना के इसी संकट के बीच आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से कई सफलताएं भी मिली हैं.

इस दौरान प्रधानमंत्री र‍िश्‍ता नामक एक  पोर्टल शुरू क‍िया है, ज‍िससे दुन‍िया भर में बसे भारतीय एक मंच पर जुड़ सकें.