बगदाद में कोविड अस्पताल में आग, 82 जिंदा जले, 110 घायल

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बगदाद।

इराक की राजधानी में बीती रात बड़ा हादसा हुआ। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे बगदाद के एक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट फटने से आग लगने के कारण देर रात वेंटिलेटर पर चल रहे 23 मरीजों समेत कुल 82 लोग जिंदा जल गए। 110 लोग बुरी तरह झुलसी हालात में इलाज करा रहे हैं। मौके से करीब 200 लोगों को जिंदा निकाला गया। मरने वालों में ज्यादातर तीमारदार और स्वास्थ्य कर्मी हैं।

अधिकारियों ने बताया कि दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की और इब्न अल-खातिब अस्पताल से मरीजों को बाहर निकाला। इस अस्पताल के आईसीयू में कोविड-19 के गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा था।
घटनास्थल पर मौजूद डॉ. सबा अल-कुजै ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि कितने लोग मारे गए हैं, अस्पताल में कई जगह जले हुए शव हैं।’ चिकित्सा और सुरक्षा अधिकारियों ने शुरुआत में 23 लोगों के मारे जाने और कम से कम 36 लोग घायल होने की सूचना दी थी। सुबह होने के बाद तस्वीर साफ होती गई और आंकड़ा बढ़ता गया।ईराकी गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सुबह जो सूची जारी की उसके हिसाब से 82 लोग मारे गए और 110 घायल हैं।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि आग लगने के वक्त अस्पताल में कम से कम 120 मरीज मौजूद थे। ऐसा बताया जा रहा है कि आग अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर के फटने से लगी। ईराक में कोविड-19 के रोज 8,000 से अधिक नए मामले आ रहे हैं। सरकार लोगों से टीका लगवाने का अनुरोध कर रही है लेकिन देश की स्वास्थ्य व्यवस्था और टीकों पर भरोसा न होने के कारण लोग आगे नहीं आ रहे हैं।
जिस अस्पताल में आग लगी वहाँ आग बुझाने का कोई इंतजाम नहीं था। आग नीचे से शुरू हुई और फाल्स सीलिंग ने इसे और भड़काया। घटना की वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि अग्नि शमनकर्मियों को किस तरह मौके पर जूझना पड़ा।
इस बारे में देश के मानवाधिकार आयोग ने प्रधानमत्री मुस्तफा अल कदमी से मुलाकात की। इराकी स्वास्थ्य मंत्री हसन अल तमीमी ने बताया कि कई अफसरों को निलंबित किया गया है इन्हें कड़ी सजा मिलेगी।
बगदाद के गवर्नर ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

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