आपातकाल के 46 वर्ष : लोकतंत्र जीवन्त हो, तभी जिन्दा रह सकता है राष्ट्र

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द लीडर : किसी भी राष्ट्र को जिन्दा रखने के लिए लोकतंत्र को जीवन्त रखना बहुत आवश्यक होता है. देश में 25 जून 1975 में लगा आपातकाल लोकतंत्र के लिए कलंक है. यह बातें शनिवार को आपातकाल के 46 वर्ष पूरे होने पर उपजा के बैनर तले ‘लोकतंत्र खतरे में’ एक परिचर्चा के दौरान वक्ताओं ने कही. इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानियों और कोरोना योद्धाओं काे सम्मानित किया गया.

परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अगम मौर्य ने कहा कि लोकतंत्र सेनानी नयी आजादी के योद्धा है. उन्होंने राज नारायण, लोकनायक जय प्रकाश नारायण को याद करते हुए कहा कि लोकतंत्र को समृद्ध और सुरक्षित रखने का कार्य जागरूक नागरिक ही कर सकते हैं.

 

परिचर्चा में सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम सुल्तानी ने लोकतंत्र सेनानियों की मांगों को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष रखने की बात कही. नगर निगम में सपा के सभासद दल के नेता राजेश अग्रवाल ने आपातकाल के दौरान बरेली और रुहेलखंड के लोकतंत्र सेनानियों की भूमिका को विशेष बताया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानी उस समय युवा और छात्र थे. कोई भी क्रान्ति युवाओं के द्वारा ही होती है.

लोकतंत्र सेनानी संगठन के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र अटल ने आपातकाल के योद्धाओं को लोकतंत्र सेनानी नाम देने पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रशंसा की. साथ ही पेंशन को 3000 रुपये से बढ़ाकर 15000 प्रतिमाह करने पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का अाभार व्यक्त किया.

परिचर्चा में उपजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ. पवन सक्सेना ने कहा कि आपातकाल में यदि लोकतंत्र सेनानियों ने हिम्मत नहीं दिखायी होती तो आज हमें बोलने की आजादी ही नहीं होती. उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों की तरह ही लोकतंत्र सेनानियों को भी सच्चा देशभक्त बताया.

इन लोकतंत्र सेनानियों का हुआ सम्मान

वीरेन्द्र कुमार अटल, शिशुपाल सिंह, सुमन्त माहेश्वरी, राजेन्द्र पाल सिंह, हरि कृष्ण राठौर, खान असगर खालदी, सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, सतीश चन्द्र शर्मा, ओम प्रकाश आर्य, मुरारी लाल अग्रवाल, रमेश चन्द्र गुप्ता, सन्तोष कुमार रस्तोगी, वेद प्रकाश वर्मा, सन्तोष कुमार गंगवार, राजवीर सिंह, मुरमेल सिंह, सुरेश चन्द्र पाण्डेय, राजेन्द्र बहादुर चौधरी, विशन कुमार, श्रीमती परवीन कुरैशी, ऊषा आनन्द, उषा उपाध्याय, शोभा शर्मा, राकेश देवी, रामवर्ती पाण्डेय, कुसुम लता, श्रीमती ललिता आनन्द, विनोद कुमार गुप्ता, डॉ. ओपी गुप्ता, सुरेश बाबू मिश्रा, अरुण कुमार, डॉ. वीरेन्द्र कुमार, राजेन्द्र सिंह पुण्ढीर और सुन्दर लाल गुप्ता।

ये कोरोना योद्धा हुए सम्मानित

नीता मूना, विशेष कुमार, सचिन कुमार सिंह, अमित भारद्वाज, डॉ. अमित सक्सेना, रफीक खान, डॉ. विकास वर्मा, सरदार हरमीत सिंह आदि।

परिचर्चा में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में डॉ. राजेश शर्मा, उपजा महामंत्री धर्मेन्द्र सिंह बंटी, सचिव आशीष जौहरी, कोषाध्यक्ष पुत्तन सक्सेना और संजय अरोरा मौजूद रहे. उनके अलावा वरिष्ठ पत्रकार निर्भय सक्सेना, विशाल गुप्ता, कृष्ण गोपाल राज, कुमार विनय, गोपाल, अशोक शर्मा, सुनीत मूना, जितेन्द्र रस्तोगी, मनीष अग्रवाल और उपजा प्रेस क्लब के अनेक पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे.

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