द लीडर. जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में पहले से तनातनी है. यूपी के कई जिलों में दोनों दलों के बीच सीधा मुकाबला होने की वजह से दिग्गज मोर्चा संभाले हुए हैं. इस बीच अब प्रमुखी जीतने के लिए भी भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में टकराव शुरू हो गया है. सपा का आरोप है कि बरेली में आंवला के पूर्व विधायक महिपाल सिंह पर भाजपा समर्थित उम्मीदवार के पति ने समर्थकों के साथ हमला कर दिया. वे छह गाड़ियों में भरकर आए थे.
ड्राईवर के साथ मारपीट करके 62 हाजर रुपये लूट लिए और दहशत फैलाने के लिए फायरिंग भी की. बारादरी इंस्पेक्टर को सीओ को तब जानकारी भी दी थी. घटना को दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय उसकी विश्वसनीयता पर ही सवाल उठा दिया तो सपाई आइजी और एसएसपी से मिले.
जिलाध्यक्ष अगम मौर्य और पूर्व विधायक महिपाल सिंह ने दोनों आला अफसरों से बुधवार की रात में हुई घटना को सही बताते कार्रवाई की मांग की. यह भी आरोप लगाया कि भाजपा उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ रहे गुंडई कर रहे हैं. बीडीसी को कब्जे में करके जबर्दस्ती प्रमुख बनने के मंसूबे पर काम कर रहे हैं. यह ठीक नहीं है.
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एसएसपी और आइजी ने उनसे मामले को दिखवाने की बात कही है. पूर्व विधायक महिपाल सिंह ने द लीडर को बताया कि बरेली की घटना से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी अवगत करा दिया है. आंवला के भुता ब्लाक से महिपाल सिंह के भाई जगमोहन प्रमुखी का चुनाव लड़ रहे हैं.
वह पहले प्रमुख रहे भी हैं. भाजपा ने यहां से अर्जुन सिंह पटेल की पत्नी को मैदान में उतारा है. भुता ब्लाक में 104 बीडीसी हैं. जीत के लिए 53 सदस्यों की दरकार है.