UP Politics : गोरखपुर और बस्ती में नामांकन को पहुंचे सपा नेताओं के साथ मारपीट

द लीडर : उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष का नामांकन हो रहा है. शनिवार को गोरपुखर में पर्चा दाखिल करने पहुंचे सपा और भाजपा नेताओं में टकराव हो गया. समाजवादी पार्टी का आरोप है कि पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सपा नेताओं के साथ मारपीट की गई. पार्टी के प्रवक्ता उदवीर सिंह ने इस घटना का एक वीडियो भी जारी किया है.

यूपी के 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है. इस बीच जिलों से तनातनी की खबरें सामने आ रही हैं. गोरखपुर में शनिवार को पर्चा दाखिल करने के दरमियान सपा और भाजपा के नेताओं के बीच विवाद हो गया. इतना कि मारपीट तक जा पहुंचा है. तब जबकि भारी संख्या पुलिस बल तैनात था.

सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने इस घटना का वीडियो जारी करते हुए कहा-यह मुख्यमंत्री का वीआइपी जिला गोरखपुर है. पर्चा दाखिल करने में सपा नेताओं को अत्याचार झेलना पड़ा. उन्होंने डीजीपी को टैग करते हुए कहा-कुछ नहीं कर सकते तो त्यागपत्र दे दें. वरना जांच कर कार्रवाई करें.


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वहीं, बस्ती में भी ऐसा ही एक घटनाक्रम सामने आया है. शनिवार को सपा नेता वीरेंद्र चौधरी ने पर्चा दाखिल किया. इस बीच दो पक्ष भिड़ गए. आरोप है कि भाजपा प्रत्याशी संजय चौधरी ने सपा प्रस्तावक के साथ हाथापाई कर दी. जबकि घटना के वक्त पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे.

सपा पहले से ही जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ दल पर जोर-जबरदस्ती करके चुनाव जीतने का आरोप लगाती रही है. शुक्रवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग को मांग पत्र दिया था. जिसमें कहा था कि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सत्ता-शासन, भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए दबाव बना रहा है. पार्टी ने इसका विरोध दर्ज कराया था.

यूपी में 3 जुलाई को पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान होगा. इसमें 3050 सदस्य अपने-अपने जिलों के अध्यक्ष का चुनाव करेंगे.


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वहीं, इटावा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव (अंशुल) का जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है. अभिषेक के सामने इटावा में कोई और पर्चा दाखिल नहीं हुआ है. इसलिए उनका निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है.

Ateeq Khan

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