द लीडर। पैगंबर मोहम्मद के अपमान के विरोध के बीच यूपी समेत देश में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनका बुलडोजर सुर्खियां बटोर रहा है। प्रदेश में भड़की हिंसा के बाद योगी सरकार अलर्ट हो गई है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हिंसा में शामिल उपद्रवियों को गिरफ्तार कर उनके घरों पर बुलडोजर चला दिए जा रहे हैं।
हिंसा मामले में 319 आरोपियों की गिरफ्तारी
योगी सरकार ने हिंसा मामले में बड़ा कदम उठाते हुए अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चला दिया है। प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद अहमद के घर पर बुलडोजर चलाया गया। यूपी में अब तक हिंसा मामले में 319 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद भड़की हिंसा
भाजपा से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर अपमानजनक बयान दिया गया था। जिसके बाद हिंसा भड़क गई और हिंसा इतनी भड़की की शुक्रवार 10 जून को जुमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों और दिल्ली, कोलकाता और झारखंड में भारी बवाल हुआ।
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वहीं योगी सरकार ने उपद्रवियों पर सख्त एक्शन लेते हुए यूपी में हुई हिंसा के आरोपियों के घर बुलडोजर चला कार्रवाई की जा रही है। प्रयागराज में हिंसा के दौरान बवाल मच गया क्योंकि वहां पत्थरबाजी की गई। जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। पुलिसकर्मियों को हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
हिंसा के मास्टरमाइंड के घर चला बुलडोजर
प्रयागराज हिंसा का मास्टरमाइंड पुलिस की हिरासत में तो है। लेकिन योगी सरकार ने कार्रवाई करते हुए प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड के घर बुलडोजर चला दिया है। इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। जावेद अहमद का आलीशान बंगला कुछ ही देर में बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। बता दें कि जब जावेद अहमद के घर पर बुलडोजर चलाया गया तो इस दौरान जावेद के घर से अवैध हथियार भी बरामद किए गए।
#WATCH | Heavy security force deployed in front of the residence of Prayagraj violence accused Javed Ahmed.
Prayagraj Development Authority (PDA) had earlier put a demolition notice at his residence, asking him to vacate the house by 11am today as it is "illegally constructed". pic.twitter.com/sk0KCEVVdm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 12, 2022
10 जून को जुमे की नमाज के नमाज के बाद हुई हिंसा मामले में जावेद अहमद का नाम सामने आने के बाद कार्रवाई की जा रही है। प्रयागराज हिंसा मामले में जावेद अहमद के साथ उनकी पत्नी और बेटी का हाथ भी होने की बात कही जा रही है। जावेद अहमद के खिलाफ रविवार को हो रही कार्रवाई को पूर्व में जारी नोटिस के आधार पर किए जाने का दावा भी किया जा रहा है।
अवैध तरीके से बना था घर- सरकार
योगी सरकार का कहना है कि, हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद अहमद उर्फ जावेद पंप का जो घर आज खंडहर है। वह भी नक्शे के हिसाब से ठीक नहीं था। उन्होंने कहा कि, अवैध निर्माण का हिसाब तो हो गया लेकिन साजिशों का हिसाब अभी और बाकी है। अभी कानूनी की और बड़ी कार्रवाई होना बाकी है।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार 10 जून को जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग शहरों में बवाल हुआ। मोहम्मद पैगंबर पर की गई टिप्पणी को लेकर मुस्लिमों ने हिंसा शुरू कर दी। वहीं हिंसा में अब तक कुल 13 प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने 319 लोगों को गिरफ्तार किया है।
उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी जाए- योगी
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश देते हुए कहा है कि, मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। योगी आदित्यनाथ ने जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा का संज्ञान लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि, उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी जाए। इसके साथ ही माहौल बिगाड़ने वालों पर नजर रखी जाए।
यूपी में हिंसा करने वालों को चेतावनी देते हुए सीएम योगी के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि, उपद्रवी याद रखें कि, हर शुक्रवार के बाद शनिवार जरूर आता है। उन्होंने अपने ट्वीट में एक इमारत की तोड़फोड़ करते हुए बुलडोजर की तस्वीर भी साझा की।
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विपक्ष ने सरकार को घेरा
फिलहाल, आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के बाद विपक्ष ने योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि, यह कैसा इंसाफ है। यूपी में हिंसा के आरोपियों के घर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलडोजर चला दिया है।
ये कैसा इंसाफ है- अखिलेश यादव
वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, यह कहां का इंसाफ है कि, जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख्त प्रक्रिया हुई वह सुरक्षा के घेरे में है। और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच पड़ताल की बुलडोजर से सजा दी जा रही है। इसकी अनुमति ना हमारी संस्कृति देती है, ना धर्म, ना विधान संविधान।
ये कहाँ का इंसाफ़ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख़्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जाँच पड़ताल बुलडोज़र से सज़ा दी जा रही है।
इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान। pic.twitter.com/DwnSfNXCnf
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 12, 2022
नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल की हो गिरफ्तारी- मायावती
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी राज्य में हुई हिंसा के बाद आरोपियों के घर पर चले बुलडोजर की कार्रवाई पर बोलते हुए कहा कि, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की जाए। उन्होंने योगी सरकार से कहा कि, निर्दोषों के घर ढहा दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है। यह अनुचित व अन्याय पूर्ण है। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोट संज्ञान लें।
3. सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) June 13, 2022
मायावती ने कहा कि, समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल है। जिनके कारण देश का मान सम्मान प्रभावित हुआ। और हिंसा भड़की उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय योगी सरकार आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला रही है।
बता दें कि, यूपी के कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर और हाथरस में हुई शुक्रवार को हिंसा के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। और उनके घरों पर भी बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जा रही है।
प्रशासन का कहना है कि, आरोपियों के जो मकान बने थे वह अवैध तरीके से बनाए गए थे। फिलहाल आगे भी उपद्रवियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी प्रशासन द्वारा की जा रही है। और अवैध निर्माण वाले घरों पर बुलडोजर सरकार की तरफ से चलाए जा रहे हैं।
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