द लीडर : एलोपैथिक दवाओं पर दिए बयान को लेकर चर्चा में योग गुरु बाबा रामदेव (yoga guru baba ramdev) का डेयरी कारोबार संभाल रहे सुनील बंसल का कोरोना से निधन हो गया है. सुनील बंसल जयपुर के राजस्थान अस्पताल में भर्ती थे.
वह 57 साल के थे. बताया जाता है कि कोरोना (Corona) के संक्रमण के चलते उनका लंग्स खराब (lungs infection) हो गया था. उन्हें ब्रेन हेमरेज भी हुआ था.
करोना से लड़ाई के लिए कोरोनिल किट लॉन्च करने के बाद एलोपैथिक दवाइयों को लेकर दिए बयान के बाद योग गुरु बाबा रामदेव इन दिनों काफी चर्चा में हैं. हालाँकि, बाद में बाबा रामदेव ने अपने इस बयान पर खेद जताते हुए कहा था कि ये उनका अपना बयान नहीं था बल्कि एक व्हाट्सएप संदेश था जिसे वह पढ़कर सुना रहे थे.
#RIP
19 मई को @PatanjaliDairy के CEO 57 वर्षीय के भाई सुनील बंसल का निधन एक हमारे लिए अपूर्णीय क्षति है।पूज्य @yogrishiramdev@Ach_Balkrishna जी महाराज ने उन्हें दूध क्रांति के लिए चुना था।#पतंजलि परिवार उनकी दिव्यात्मा की शांति के प्रार्थना करता है।
ओ३म शांति शांति शांति🪔 pic.twitter.com/8iro3TVpXv— Tijarawala SK 🇮🇳 (@tijarawala) May 23, 2021
बताया जा रहा है किउ नका निधन 19 मई को ही हो गया था. उनके फेफड़े खराब हो गए थे साथ ही उन्हें ब्रेन हेमरेज भी हुआ था. हालात बिगड़ने के बाद उन्हें ECMO पर रखा गया था. ECMO मशीन दिल और फेफड़े को काम करने में सपोर्ट करती है. पतंजलि के लिए काम करने से पहले उन्होंने अमूल और वालमार्ट में भी सेवा दी थी.
बताते चलें कि सुनील बंसल बाबा रामदेव और बालकृष्ण के करीबी माने जाते थे. उन्होंने उस दौर में कंपनी का दामन थामा था जब पतंजलि की तरफ से दही, छाछ और पनीर समेत दूध के कई उत्पादों को लॉन्च करनी की घोषणा की गयी थी.
गौरतलब है कि हाल के दिनों में बाबा रामदेव (Baba ramdev) का 140 सेकेंड का एक क्लिप वायरल हुआ है. इसमें वह अंग्रेजी दवाओं और कोरोना के इलाज में टिप्पणी करते दिख रहे हैं. इसमें उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोना के इलाज के लिए अंग्रेजी दवाएं लेने से लाखों लोगों की मौत हो चुकी है. इस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian medical Association) ने स्वास्थ्य मंत्रालय से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी.
हालांकि योग गुरु रामदेव ने एलोपैथिक दवाओं पर अपने उस हालिया बयान को वापस ले लिया है, जिसका चिकित्सकों ने कड़ा विरोध किया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के एक पत्र का जवाब देते हुए रामदेव ने कहा कि वह इस मामले को शांत करना चाहते हैं.