रमजान में कसरत: क्या करें और क्या न करें

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जब रमजान के दौरान एक्सरसाइज करने की बात आती है, तो वर्कआउट का कोई खास तरीका नहीं सामने आता, सभी के लिए एक सी ही बात हाेती है, कोई अलग से नजरिया नहीं होता। जबकि सच यह है कि उपवास या रोज़ा शरीर में अलग तरह से असर डालता है, इसलिए इस पर ध्यान देना जरूरी है, जिससे अच्छी सेहत के साथ रमजान की रौनक बरकरार रहे। (Workout in Ramadan)

ऑनलाइन कोच व पर्सनल ट्रेनर डेनियल वेल्स ने रमजान के दौरान कसरत में क्या करें और क्या न करें के बारे में बताया है। उनका कहना है कि अगर आप रमजान के दौरान मांसपेशियों को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखना चाहते हैं तो हाई लेवल कार्डियोवस्कुलर व्यायाम सप्ताह में अधिकतम 2-3 बार ही करें। वह दिन के दौरान हल्की कसरत करने की भी सिफारिश करते हैं, जैसे वॉक करना और रोज़ा खोलने के बाद मशक्कत वाली कसरत न करना।

मांसपेशी के नुकसान के बारे में फिक्रमंद न हों, ऐसा बहुत नुकसान नहीं होता, अग आप एक्सरसाइज को ठीक से करने के साथ खाने में अच्छे प्रोटीन वाले खाद्य खाते हैं, फिर भी कुछ कमी खल सकती है, जिसे स्वीकारना ही चाहिए।

बेहतर हो खुले वातावरण में सैर करें। जब हम टहलने जाते हैं, तो हमारा हृदय मस्तिष्क सहित हमारे अंगों में ज्यादा रक्त और ऑक्सीजन पंप होता है। चलने के लिए बेवजह ज्यादा कोशिश न करें। रोज़ा में शरीर को थकाऊ न बनाएं, क्योंकि ऐसे में मांसपेशियों में बढ़ोत्तरी उतनी नहीं होती। लिहाजा, नियमित व्यायाम के साथ ओवरऑल सेहत को बनाए रखने पर गौर करें। रमजान के बाद आप फिट होने को फिर लौट सकते हैं।

रोज़ा में कसरत के दरम्यान कुछ चीजों नजरंदाज न करें, जैसे कसरत के दौरान चक्कर आना। ऐसा कुछ भी लगे तो बैठ जाएं, आराम करें और कुछ फिर करने से पहले ठीक हो लें। चक्कर आना बना रहता है, तो एक दिन आराम करें, पूरी तरह से हाइड्रेट करें और अगले दिन फिर से कोशिश करें। (Workout in Ramadan)

सहरी से पहले सुबह को हैवी वेट एक्सरसाइज कर सकते हैं, ताकि कसरत के बाद सही ढंग से खाने की ऊर्जा भर सकें। यह भी उन लोगों के लिए ही ठीक है जो नियमित रूप से रमजान से पहले ही कर रहे हैं। किसी के लिए नया है तो शरीर पर अचानक तनाव थकावट में धकेल सकत है।

असल बात ये है कि खुद के लिए रहमदिल होना न भूलें। यह याद रखें कि आपका शरीर कुछ दिन बाद फिर अपनी राह पर आ जाएगा। रमजान में भी वक्त के साथ रोजा रखना आसान हो जाता है। कम ऊर्जा और बढ़ी हुई भूख के साथ पहले कुछ दिन हमेशा सबसे कठिन होते हैं, लेकिन यह जल्दी ही सामान्य हो जाता है और अपने नए शेड्यूल में ढल जाता है। परिप्रेक्ष्य की भावना को बनाए रखना अहम है। सेहतमंद रहना जरूरी है। (Workout in Ramadan)

योग और मोबिलिटी रूटीन रमजान के लिए आदर्श हैं क्योंकि वे आपके दिमाग और शरीर को संतुलित करते हैं।


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