द लीडर हिंदी: समाजवादी पार्टी के क़द्दावर नेता मुहम्मद आज़म ख़ान सीतापुर जेल में हैं. उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को हरदोई और पत्नी डॉ. तज़ीन फातिमा को रामपुर जेल में रखा गया है.
तीनों को दो जन्म प्रमाण-पत्र मामले में सात-सात साल क़ैद और 50 हज़ार रुपये जुर्माने की सज़ा रामपुर एमपी एमएलए कोर्ट से हुई है.
बुधवार को आज़म ख़ान से मिलने के लिए उनके बड़े बेटे मुहम्मद अदीब सीतापुर जेल पहुंचे. आज़म ख़ान के परिवार में अब अदीब ही जेल से बाहर हैं.
उन्होंने अपने बब्बा से सीतापुर पहुंचकर मुलाक़ात की. वो आज़म ख़ान को बब्बा ही कहते हैं. इस दौरान उनके साथ महोली के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता और सीतापुर से सपा ज़िलाध्यक्ष छत्रपाल यादव भी थे.
एक घंटे की मुलाक़ात के बाद जब अदीब जेल से बाहर आए तो मीडिया कर्मियों ने उनसे बातचीत की. पहले ही सवाल पर अदीब का जवाब था कि यह वक़्त सवालों का नहीं है.
दरअसल, जिस तरह गुज़रे रविवार को जब आज़म ख़ान और बेटे अब्दुल्ला आज़म को रामपुर जेल से शिफ़्ट किया जा रहा था तो एक आवाज़ वहां बहुत मज़बूती से सुनी गई थी. वो अदीब आज़म थे.
जब उनके बब्बा उनसे मिलकर गाड़ी में बैठने लगे और चादर भेजने की बात कही तो अदीब का जवाब था-बेफिक्र रहिए मैं हूं न. अदीब अपने वालिद-मां और छोटे भाई के जेल जाने पर बेहद उदास थे लेकिन अब संभले हुए दिख रहे हैं.
मीडिया को दिया गया उनका जवाब यही दर्शाता है. दूसरी तरफ आज़म ख़ान को लेकर राजनीति भी तेज़ हो गई है. अभी समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव या दूसरा कोई बड़े नेता आज़म ख़ान से मिलने जेल नहीं पहुंचा है.
इस बीच कांग्रेस के स्टेट प्रेसीडेंट अजय राय का गुरुवार को सीतापुर में आज़म ख़ान से मिलने जेल जाने का कार्यक्रम कांग्रेस की तरफ से जारी कर दिया गया है. इसके मुताबिक़ वो 26 अक्टूबर को सीतापुर जाएंगे. दोपहर बाद 3 बजे जेल पहुंचकर आज़म ख़ान से मिलेंगे.