बरेली में बकरीद पर क्या होगा और क्या नहीं होगा, कलेक्ट्रेट में बैठक

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द लीडर हिंदी: ईदुल अज़हा यानी बकरीद से पहले यूपी के ज़िला बरेली में साफ़ कर दिया गया है कि तीन दिन क्या किया जा सकता है और क्या नहीं कर सकते हैं. इसके लिए कलेक्ट्रेट में पीस कमेटी की बैठक बुलाई गई थी. इसमें एडीएम सिटी और एसपी सिटी ने दरगाह के ज़िम्मेदारों के साथ अमन के माहौल में ईद मनाने के लिए सलाह मशवरा किया. शासन के निर्देश बताए. उन पर अमल के लिए कहा. साथ में दरगाह के ज़िम्मेदारों और शहर के मोअज़्ज़िज़ लोगों की बात को सुना. प्रशासनिक और पुलिस अफसरों की तरफ से मोटे तौर पर यही कहा गया कि क़ुर्बानी खुले में नहीं होनी चाहिए. न ही कहीं पर प्रतिबंधित पशु की क़ुर्बानी होनी चाहिए. एक और अहम बात पर भी ज़ोर दिया गया. वो यह कि क़ुर्बानी करते वक़्त या उससे पहले जानवरों की वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड नहीं करें. जब ईद पर नमाज़ की बात आई तो एडीएम सिटी ने कहा कि जैसे कि पहले भी नमाज़ मस्जिदों के अंदर पढ़ी जाती रही है, वैसा ही इस बार भी किया जाए. सड़कों पर नमाज़ अदा नहीं की जाए. इस पर रोक है. बैठक में मौजूद लोगों की तरफ से ईद पर तीन दिन इंतज़ाम चुस्त-दुरुस्त रखने पर ज़ोर दिया गया.

मसलन पानी और बिजली की व्यवस्था ठीक रहनी चाहिए, जिससे क़ुर्बानी सुचारू रूप से होती रहे. नगर निगम की वेस्टेज उठाने वाली गाड़ियों को अतिरिक्त तेल की व्यवस्था कराई जाए, जिससे लगातार पशुओं के अवेशष बाक़रगंज ले जाए जाते रहें, सड़कों पर या कूड़ेदान में पड़े नहीं रहें. जिससे कि राहगीरों को दुर्गंध का सामना करने की नौबत आए. एक और भी मांग की गई कि शहामतगंज में इस बार मांस बेचने को मार्केट नहीं लगने दी जाए, वहां सड़क पर मांस फेंके जाने से राहगीरों को दिक़्क़त का सामना करना पड़ता है. एसपी देहात ने कहा कि शहर से क़ुर्बानी का मांस देहात में वाहनों से ले जाया जाता है. रास्ते में किसी तरह की कोई अव्यवस्था पैदा नहीं हो, उसके लिए मांस ले जाने वाली गाड़ियों के नंबर पहले ही पुलिस को उपलब्ध करा दिए जाएं. जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के मीडिया पर्सन मुईन ख़ान ने बताया कि ईद की नमाज़ ईदगाह में क़ाज़ी-ए-हिंदुस्तान 17 जून को सुबह 10 बजे अदा कराएंगे. वहां वुज़ू के लिए नल वग़ैरा ख़राब हैं. नगर निगम से उन्हें ठीक करा दिया जाए. मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी, टीटीएस के हाजी जावेद ख़ान, ख़ानक़ाह नियाज़िया के पाशा मिया निज़ामी, दरगह शाहदाना वली के मीडिया प्रभारी वसीअहमद वारसी, शिरोज सैफ़ क़ुरैशी, बिलाल क़ुरैशी पार्षद शमीम अहमद, असलम खान, शाहिबुउद्दीन, अमन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. क़दीर अहमद. वरिष्ठ समाज सेवी अश्विनी ओबरॉय, जनार्दन आचार्य, गुरुद्वारा के ग्रंथी ज्ञानी सिंह काले इत्यादि मौजूद रहे.