द लीडर। चुनाव नजदीक है और ऐसे में सभी पार्टियां अपनी जीत का दम भर रही है। वहीं जनता को उपनी उपलब्धियां गिना रही है। लेकिन रोड न बनने से आक्रोशित बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र के गांव सिमरा भोगपुर के ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का बोर्ड लगा दिया है।
ग्रामीणों का कहना है कि, 30 साल से जो भी सांसद या विधायक रहे उन्होंने चुनाव से पहले रोड बनवाने का आश्वासन दिया लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद वह यहां रोड बनवाना भूल गये। उन्होंने कहा कि, गांव को जाने वाला रास्ता पिछले 30 सालों से खराब पड़ा है। गांव में नालियां भी नहीं बनी हैं जिससे बरसात होने पर पूरे रोड और गांव में कीचड़ जमा हो जाती है।
जब तक रोड नहीं… तब तक वोट नहीं
ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि, जब तक रोड नहीं तब तक वोट नहीं। विधानसभा क्षेत्र के गांव सिमरा भोगपुर के ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि, वह इस बार विधानसभा के चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने सख्त लहजे में कहा है कि, कोई भी प्रत्याशी उनके गांव में वोट मांगने के लिये न आए। उन्होंने गांव को जाने वाले रास्ते पर रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लिखा और बोर्ड भी लगा दिया है।
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इस बार किसी भी प्रत्याशी को नहीं करेंगे मतदान
ग्रामीणों का कहना है कि, गांव में तकरीबन 950 मतदाता हैं। यहां प्रत्याशी वोट मांगने आते हैं और रोड बनवाने का वादा भी करते हैं लेकिन जीतने के बाद नेता अपना वादा पूरा करना भूल जाते हैं। ग्रामीणों ने हुंकार भरी है कि, वह इस बार किसी भी प्रत्याशी को मतदान नहीं करेंगे।
उन्होंने बताया कि, बीते कुछ दिन पहले गांव में एक मृत्यु हो गई थी जिसके शव को एम्बुलेंस से गांव में लाया गया था। रोड पर गड्ढे और कीचड़ होने से एम्बुलेंस फंस गई थी जिसपर ग्रामीणों ने एम्बुलेंस को धक्का लगाकर गांव के अंदर पहुंचाया था।
ग्रामीणों का आरोप है कि, कोई भी सांसद और विधायक इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है कि, जब तक रोड नहीं तब तक वोट नहीं है। ग्रामीणों ने गांव के बाहर बोर्ड लगाकर अपनी इस मांग को भी लिख दिया है।
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