द लीडर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कोरोना की तीसरी लहर का हवाला देकर सरकार को तैयारियों प्रति आगाह किया है. ये कहते हुए कि ये संकट का वक्त है. न कि मार्केटिंग का. मैं पिछले डेढ़ साल से बोल रहा हूं कि कोविड से देश को भयंकर नुकसान होगा. इसलिए ये कर दिया-वो कर दिया. ये सब करने की बजाय आज से ही तैयारी शुरू कर दी जानी चाहिए. साल-डेढ़ साल बाद जब देश कोविड से उभर जाए. तब सरकार को इसका क्रेडिट लेना चाहिए. कोरोना को लेकर मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि कोरोना से 90 प्रतिशत ऐसे लोगों की मौत हुई है. जिन्हें, ऑक्सीन देकर बचाया जा सकता था. तमाम लोग हैं, जिनके माता-पिता, भाई-बहन ऑक्सीन और इलाज की कमी के चलते मारे गए. जबकि देश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. देश जरूरत की ऑक्सीजन पैदा करने में सक्षम है. अब पीएम आंसू बहा रहे हैं. लेकिन क्या उनके आंसू, लोगों की जिंदगी बचा पाए?
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान शायद दुनिया का ऐसा पहला देश है, जहां निजी अस्पतालों में पैसे देकर वैक्सीन लगाई जा रही है. बाकी हर देश में मुफ्त टीकाकरण हो रहा है. वैक्सीनेशन में देरी से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ये एक राजनीतिक फैसला है. वो इसलिए कि देश में वैक्सीन की कमी दिखाएंगे तो लोग इसे अपने पैसों से खरीदेंगे. प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि ये राजनीतिक लड़ाई नहीं है. बल्कि संक्रमण हम संक्रमण से लड़ रहे हैं. और देश उनके साथ खड़ा है.
उन्होंने कहा कि जब पहली लहर आई. तो इसमें मार्केटिंग शुरू कर दी गई. ताली-थाली बजाओ और टार्च जलावाने में लग गए. कुछ दिन बाद ये दावे किये जाने लगे हमने कोविड को हरा दिया. दुनिया को इतनी वैक्सीन भेज दी? लेकिन इसका नतीजा क्या है? वो देश-दुनिया ने देखा है. अब चूंकि हम तीसरी लहर के मुहाने पर खड़े हैं. तब अपनी गलतियों से सबक लेना होगा.
टीकाकरण अभियान के सुझाव को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि इसे मिशन मोड में करने की जरूरत है. व्यापक स्तर पर बैनर-पोस्टर के जरिये लोगों को जागरुक किया जाए. गलतियों से सीखें. जैसे मैंने और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने जो बातें पहले बोली थीं. उनका मजाक उड़ाया गया. बाद में सरकार को उन्हीं बातों के आधार पर काम करना पड़ा.
जैसे मैंने कहा कि ये गंभीर मामला है. वैक्सीन की डोजेज चालू करना चाहिए. मैंने ये कर दिया वो कर दिया. ये एक-डेढ़ साल बाद, जब कोविड को देश ने हरा दिया तब कहें. अभी नहीं. मैं डेढ़ साल से बोल रहा हूं कोविड देश को जबरदस्त नुकसान पहुंचाएगा. पूरी तैयारी आज शुरू हो जानी चाहिए.