द लीडर : ”उत्तराखंड की बहन-बेटियों की रक्षा की खातिर मैं ‘लव जिहाद, लैंड जिहाद’ की लड़ाई लड़ने जा रहा हूं. क्या ये राज्य इन्हीं लोगों के लिए बना था? जिनके लिए राज्य बना, वे रोटी के लिए बाहर जा रहे हैं. राज्य मुस्लिम कट्टरपंथियों के हाथ में चला जा रहा है. बड़ा निर्णय लेना पड़ेगा. क्योंकि बाहरी कट्टरपंथियों का दबाव बढ़ता जा रहा है. मुसलमनों का इतनी बड़ी संख्या में राज्य में बसना चिंता का विषय है. अपनी संस्कृति, परंपरा बचाने की लड़ाई हमले लड़नी पड़ेगी.”
उत्तराखंड रक्षा अभियान के नेतृत्व में स्वामी दर्शन भारती ने लव जिहाद, लैंड जिहाद के खिलाफ आमरण अनशन शुरू किया है. उपरोक्त बातें दर्शन भारती के संबोधन का अंश हैं. देहरादून के घंटाघर पर रक्षा अभियान के सदस्य आंदोलनरत हैं. और राज्य सरकार से लैंड जिहाद के खिलाफ कानून बनाए जाने की मांग उठा रहे हैं.
घंटाघर पर अपने संबोधन के दौरान स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि ‘राज्य की स्थापना के लिए मैंने 1979 में यहीं से आंदोलन प्रारंभ किया था. और अब राज्य को बचाने की लड़ाई भी यहीं से शुरू कर रहा हूूं. हमें राज्य बचाने का संकल्प लेना पड़ेगा.’
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दर्शन भारती का ये संबोधन फेसबुक लाइव हुआ है. जिसमें उनके एक सहयोगी कहते सुने जा रहे हैं कि ‘रोटी-बेटी, चोटी और लव जिहाद को लेकर ये आमरण अनशन आज से शुरू हो रहा है. मैं सभी सनातनी समाज से आह्वान करता हूं कि वे सरकार को कानून बनाने को बाध्य करें.’
उत्तराखंड हिंदू बहुल राज्य हैं, जिसे देवभूमि भी कहा जाता है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य में हिंदुओं की आबादी करीब 82.97 प्रतिशत थी. जबकि मुसलमानों की जनसंख्या 13.95 प्रतिशत-लगभग 14 लाख के आसपास है.
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स्वामी दर्शन भारती के इस आंदोलन से मुस्लिम समाज से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. सुन्नी-मुसलमानों के मरकज यूपी के बरेली स्थित दरगाह आला हजरत से इसे नफरती एजेंंडा बताते हुए कड़ी निंदा की गई है.
दरगाह से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि महामारी के इस संकट में जब पूरा देश एकजुट होकर समाज की सेवा में जुटा है. तब स्वामी दर्शन भारती जैसे कुछ लोग नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. दरगाह आला हजरत के प्रमुख सुब्हानी मियां और टीटीएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैय्यद आसिफ मियां ने उत्तराखंड सरकार से मांग की है कि मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने का संज्ञान लेते हुए स्वामी दर्शन भारती के विरुद्ध कानूनी ाकार्रवाई की जाए.
सय्यद आसिफ मियां ने कहा कि उत्तराखंड की शांत सरजमी पर सभी मजहबों के लोग प्यार-मुहब्बत से रहते आ रहे हैं. इसमें मुसलमान भी हैं, जो शांति से जीवन व्यतीत कर रहे हैं. सभी राज्यवासियों कीी कोशिशों से उत्तराखंड नया स्टेट बना है.
लेकिन उत्तराखंड रक्षा अभियान के बैनर तले स्वामी दर्शन भारती मुसलमानों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं. उनका आरोप है कि वे अक्सर मुसलमानों को उत्तराखंउ से भगाने की बात करते रहते हैं. अब लव जिहाद और लैंड जिहाद का मुद्दा उठाकर दूसरे समुदाय को मुसलमानों के खिलाफ उकसाकर फसाद कराने का प्रयास किया है.
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दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने कहा कि दरगाह का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही उत्तराखंड सरकार के समक्ष अपनी बात रखेगा. और दर्शन भारती जैसे लोगों पर कार्रवाई की मांग करेगा. ऐसा न हुआ तो हालात सामान्य होने पर देहरादून में व्यापक आंदोलन किया जाएगा.