द लीडर : सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के क़द्दावर नेता मुहम्मद आज़म ख़ान का गृह जनपद रामपुर एक बार फ़िर सु्र्ख़ियों में है. उस भाषण के बाद जो उनके मीडिया प्रभारी फसाहत ख़ान उर्फ शानू ने सपा दफ़्तर दारुल अवाम पर रविवार को बैठक में दिया. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए बेमुर्रवत तक कह दिया. (Rampur Azam Khan Akhilesh)
असदुद्दीन उवैसी के करेक्टर अब्दुल की तरह ही ख़ुद को पेश किया. यह कहते हुए जेल हम यानी अब्दुल जाएगा. हमारे वोट से जीतने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बनेंगे और अगर हारे तो नेता प्रतिपक्ष होंगे. आज़म ख़ान को यह पद नहीं देंगे. न सदन में उनका नाम लेंगे. हां, वोट पाने के लिए फोटो ज़रूर लगाएंगे. हमें तो अपने पास भी नहीं खड़ा करना चाहते, इसलिए कि हमारे कपड़ों से उन्हें बदबू आती है.
आज़म ख़ान सपा से अपनी वफ़ादारी का सुबूत और क्या दें कि उन्होंने तो अखिलेश यादव के एलान पर कोरोना होने के बाद जेल में वैक्सीन लगवाने से इन्कार कर दिया. उनकी क्या हालत हुई, सबने देखी. इससे पहले कुछ इसी तरह का दर्द आज़म ख़ान के बेटे अब्दुल्ला आज़म चार शेर ट्वीट करके जता चुके हैं. बहरहाल शानू का बयान बहुत कुछ कह रहा है. रामपुर से सपा के लिए इसे बग़ावत माना जा रहा है. आज़म ख़ान क्या फैसला लेंगे, उस पर नजरें लग गई हैं. (Rampur Azam Khan Akhilesh)