द लीडर : नबीरे आला हजरत, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने अपनी गिरफ्तारी का फैसला शुक्रवार तक के लिए टाल दिया है. पुलिस अफसरों के आश्वासन का हवाला देते हुए कहा कि रामपुर जिले की एक दरगाह के सज्जादानशीन शाह फरहत अहमद जमाली शुक्रवार तक रिहा हो जाएंगे. ये भरोसा मिला है. रिहाई न होने की सूरत में सोमवार को मैं अकेले गिरफ्तारी दूंगा. सज्जादानशीन को जेल भेजा जा चुका है-इस स्थिति में पुलिस उन्हें कैसे छोड़ सकती है. इस सवाल को मौलाना, एडीजी पर टाल गए.
सीएए-एनआरसी आंदोलन से जुड़े एक पुराने मामले में पुलिस ने सज्जादानशीन शाह फरहत को को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मौलाना का आरोप है कि सज्जादानशीन किसान आंदोलन में गए थे.
इस पर पुलिस ने उन्हें पहले हड़काया. और बाद में पुराने मामले में गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया. पुलिस की इस मनमानी कार्रवाई खिलाफ मैंने गिरफ्तारी देने का ऐलान किया था.
सोमवार को मौलाना को गिरफ्तारी देने थी. इससे पहले उनके सैकड़ों समर्थक दरगाह परिसर स्थित मौलाना के आवास के बाहर जमा हो गए. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर दरगाह परिसर के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.
एसएसपी रोहित सजवाण, मौलाना के आवास पर पहुंचे और उनसे बातचीत की. इसके बाद मौलाना ने अपनी गिरफ्तारी टालने का इरादा समर्थकों से साझा किया. ये कहते हुए कि शुक्रवार तक इंतजार करना है. क्योंकि एडीजी बाहर हैं.
यूपी-रामपुर में हाफिज साहब की दरगाह के सज्जादा को जेल, मौलाना तौकीर भी देंगे गिरफ्तारी
बीते शुक्रवार को मौलाना तौकीर रजा ने रामपुर जाकर सज्जादानशीन से मुलाकात की थी. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि अगर सज्जादानशीन के खिलाफ गलत कार्रवाई हुई, तो राज्यभर में इसका विरोध किया जाएगा. इसके अगले दिन ही यानी शनिवार को पुलिस ने सज्जादानशीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
एसएसपी रोहित सजवाण ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का हक होता है. उसी में जो लोग अपनी बात रखने यहां आए हैं. जिनसे मिलना था, वह अभी अवकाश पर हैं. इसलिए बताया गया कि जब वे आएंगे तो उनसे बात कर कोई निर्णय लिया जाएगा. यही बताने मैं यहां आया हूं.